क्लीन बोल्ड/राजेंद्र सजवान
महान फुटबॉल खिलाड़ी पुर्तगाल के कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो द्वारा कोका कोला की बोतलों को छूने भर से सॉफ्टड्रिंक कंपनी को चार बिलियन डॉलर(29300 करोड़ रुपए) के नुक्सान का अनुमान लगाया जा रहा है।
यूरोप के अखबारों में खबर छपी कि रोनाल्डो के जादुई टच का असर यह हुआ कि जब अगले दिन यूरोप की स्टॉक मार्केट खुली तो कोका कोला के एक शेयर की कीमत 56.10 डॉलर से घट कर 55.22 डॉलर पर आ गई और कंपनी के बाजार मूल्यांकन में चार बिलियन डॉलर की कमी देखी गई।
आम तौर पर देखा गया है कि अमेरिका की विदेश नीति में बदलाव या गल्फ देशों द्वारा तेल की कीमतों में उछाल से स्टॉक मार्किट पर असर पड़ता है। किसी खिलाड़ी के आचरण या किसी कदम से विश्व बाजार में हड़कंप मचने का मामला पहले शायद ही कभी प्रकाश में आया हो। शायद ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि फुटबाल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है और यूरो कप वर्ल्ड कप के बाद सबसे बड़ा आयोजन है।
लेकिन कोका कोला जैसे वैश्विक ब्रांड के साथ खिलवाड़ कोई हंसी खेल नहीं है। कोक की जगह पानी पीने की सलाह देना ठीक हो सकता है लेकिन यूरो कप के मंच पर जो कुछ हुआ उसे बड़े स्तर पर देखा परखा जा रहा है।
फुटबाल प्रेमियों को याद होगा कि कुछ दिन पहले एक सवाल के जवाब में रोनाल्डो ने कहा था कि उनके बेटे में प्रतिभा है और बड़ा खिलाड़ी बनने के गुण है पर जब कभी वह कोक पीता है तो मुझे बहुत कष्ट होता है। लेकिन यूरो कप के स्पांसर के प्रति रोनाल्डो के कदम को शायद इसलिए बर्दाश्त किया गया क्योंकि वह महान खिलाड़ी है, जिसका प्रमाण उसने थोड़ी देर बाद हंगरी के विरुद्ध दो गोल जमा कर दे दिया।
पहले कोका कोला को दरकिनार करना और फिर दो गोल जमा कर यूरो कप का श्रेष्ठ स्कोरर बनने जैसे करिश्मे ने रोनाल्डो को महानतम बना दिया है। सिर्फ यूरोप के देशों में ही नहीं पूरी दुनिया में उसको सुपर हीरो माना जा रहा है। वह अपने देश को यूरो कप दिला चुका है और 36 साल की उम्र में कई और रिकार्ड बनाने की तरफ अग्रसर है।
हालांकि कुछ लोग कह रहे हैं कि रोनाल्डो ने बेवजह कोक से पंगा लिया है। यहभी आरोप लगाया जा रहा है कि उसने विश्वफुटबाल में कोका कोला के योगदान की अनदेखी की है। लेकिन एक बड़ा वर्ग कह रहा है कि सुपर स्टार ने जो साहस दिखाया है , ऐसा वही कर सकते थे। हो सकता है उनके देखा देखी कुछ और खिलाड़ी भी मैदान में कूद पड़ें।
बेशक, रोनाल्डो अपने देश को वर्ल्ड कप नहीं जिता पाए लेकिन यूरो कप जीतना भी बड़ी उपलब्धि है। गोल जमाने के तमाम रिकार्ड उनके नाम हैं। यही कारण है कि उन्हें पेले और माराडोना के समकक्ष आंका जाता है।