भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है। कप्तान विराट कोहली की टीम के लिए इस बार का ऑस्ट्रेलियाई दौरा आसान नहीं रहने वाला है और उसे मेजबान टीम से कड़ी चुनौती मिलने वाली है। ऐसा कोविड 19 की वजह ही नहीं बल्कि इसके पीछे अन्य कुछ कारण हैं। जैसे कि कप्तान विराट कोहली टेस्ट सीरीज बीच में छोड़कर स्वदेश लौटना, रोहित शर्मा व ईशांत शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों का चोट के कारण मैदान से बाहर बैठना और स्टीव स्मिथ एवं डेविड वार्नर की ऑस्ट्रेलियाई टीम में वापसी।
हालांकि 27 नवम्बर से शुरू होने वाली सीरीज में दोनों टीमों को बराबरी की टक्कर का माना जा रहा है लेकिन मुख्य कोच रवि शास्त्री को ऐसा नहीं लगता है, क्योंकि वो इस आपदा को एक अवसर के रूप में देखते हैं। वैसे तीन टी-20, तीन वनडे और चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए दोनों ही टीमें जैविक सुरक्षा क्षेत्र में रहकर जमकर अभ्यास में जोर-शोर से जुटी हुई हैं।
विराट की वापसी टीम के लिए एक आपदा की तरह
जैसा कि पहले से ही तय है कि कैप्टन कोहली पैटरनिटी लीव के तहत पहले टेस्ट के बाद स्वेदश लौट आएंगे, क्योंकि वह इस साल के अंत में पिता बनने वाले हैं। अवकाश के लिए उन्होंने बहुत पहले ही बीसीसीआई से अनुरोध किया था और उनको मंजूरी भी मिल गई थी। लेकिन इस धाकड़ बल्लेबाजी की गैर-मौजूदगी में टीम में किसे जगह मिलेगी, यह बड़ा सवाल है और उससे भी बड़ा प्रश्न होगा कि क्या वो खिलाड़ी अपने कप्तान के जैसी छाप शेष तीन टेस्ट में छोड़ पाएगा।
हालांकि, कोच शास्त्री कप्तान विराट के जाने से ज्यादा चिंतित नहीं हैं। वह विराट के लौटने को आपदा में अवसर की तरह देखते हैं। उनका कहना है कि यह आपदा टीम इंडिया के युवा बल्लेबाजों के लिए एक अवसर है और जिसने इसका लाभ उठाया, उसकी टीम में जगह पक्की हो सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि श्रेयस अय्यर को टेस्ट टीम में शामिल किया जाएगा, जो वनडे और टी-20 का पहले से ही हिस्सा हैं।
रोहित और ईशांत का ऑस्ट्रेलिया जाना मुश्किल
रोहित और ईशांत के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना मुश्किल नजर आ रहा है। क्योंकि रोहित (बाएं हैमस्ट्रिंग) और ईशांत (साइड स्ट्रेन) दोनों ही मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या से जूझ रहे हैं और इसी कारण राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में रिहैबिलिटेशन पर हैं। अगर वे समय पर ठीक भी हो जाते हैं और बीसीसीआई उनको अनुमति भी दे देती है तो फिर भी दोनों की मुश्किलें आसान नहीं होने वाली है। क्योंकि दोनों को ऑस्ट्रेलिया जाकर 14 दिनों के पृथकवास यानी क्वारींटाइन में रहना होगा। ऐसे में दोनों का टी-20 और वनडे सीरीज में खेलना तो अंसभव ही है।
लेकिन 17 दिसम्बर से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज में दोनों के खेलने की संभावना बन रही थीं लेकिन हाल में आई बीसीसीआई के एक अंतरिम रिपोर्ट में रोहित और ईशांत के लिए माकूल हालात बनते नजर नहीं आ रहे हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, इन दोनों के लिए पहले दो टेस्ट में खेलना संभव नहीं हो सकेगा। क्योंकि ये दोनों अभी तक पूरी तरह फिट नहीं हैं। हालांकि उन पर एनसीए की मेडिकल टीम नजर रखे हुए है।
जहां तक अंतिम दो टेस्ट मैचों में खेलने का सवाल है तो रोहित को दिसम्बर के दूसरे सप्ताह में ही यात्रा की अनुमति मिल सकेगी। फिर उसके बाद दो सप्ताह तक रिहैब में रहना होगा। कोच रवि शास्त्री इन दोनों खिलाड़ियों के आगामी टेस्ट सीरीज में भाग लेने पर आशंका व्यक्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि अगर टेस्ट खेलने हैं तो उन्हें अगले कुछ दिनों में ऑस्ट्रेलिया पहुंचना होगा।
स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की वापसी
जब भारतीय टीम ने पिछले साल जनवरी-फरवरी में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था तो उसने शानदार कामयाबी हासिल की थी। उस कामयाब दौरे में विराट की टीम ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से जीती थी और तीन मैचों की वनडे सीरीज भी 2-1 से आपने नाम की थी। उस समय भारत की कामयाबी की एक बड़ी वजह तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ और अनुभवी बल्लेबाज डेविड वार्नर का कंगारू टीम का हिस्सा नहीं होना था। तब ये दो धाकड़ खिलाड़ी सैंडपेपरगेट कांड के कारण एक साल का प्रतिबंध भुगत रहे थे। ऐसे में दोनों की गैर-मौजूदगी मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम को खूब खली थी। लेकिन इस बार ये दोनों ही मौजूदा टीम में हैं और मेजबानों को मजबूती दे रहे हैं। वैसे भी इस बार आईपीएल में वार्नर (548 रन, 4 अर्धशतक) और स्मिथ (311 रन, 3 अर्धशतक) का प्रदर्शन शानदार रहा है। लिहाजा दोनों भारतीय टीम और उसके गेंदबाजों के लिए सिरदर्द साबित हो सकते हैं।