सौरभ गांगुली देश में क्रिकेट चलाने वाली संस्था भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष हैं और उनका कोई भी बयान सार्वजनिक रूप से बीसीसीआई की तरफ से जारी होना चाहिए क्योंकि यह संस्था देश में क्रिकेट की नियंत्रण संस्था है लेकिन ऐसा नहीं होता है।
गांगुली साक्षात्कार में वे सारी बातें कहते हैं जबकि उन बातों को बीसीसीआई की तरफ से एक बयान के रूप में सामने आना चाहिए फिर चाहे बात घरेलू क्रिकेट की हो या अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की हो या फिर आईपीएल की।
बीसीसीआई में यह जैसे परंपरा सी बन गयी है कि शीर्ष पदाधिकारी आधिकारिक बयान को व्यक्तिगत तौर पर बता देते हैं। कुछ समय पहले की बात है कि एशिया कप को लेकर एशियाई क्रिकेट परिषद की बैठक होनी थी लेकिन उससे एक दिन पहले ही गांगुली ने एक साक्षात्कार में कह दिया कि इस साल एशिया कप नहीं होगा। एशियाई क्रिकेट परिषद ने अगले दिन अपनी बैठक के बाद आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि इस साल एशिया कप नहीं होगा।
शनिवार को बीसीसीआई की सर्वोच्च परिषद की बैठक हुई जिसके फैसलों के बारे में कोई बयान जारी कर बीसीसीआई को बताना चाहिए था कि बैठक में क्या हुआ था लेकिन आईपीएल के लिए दुबई में मौजूद गांगुली ने साक्षात्कार में बताया कि घरेलू क्रिकेट को शुरू करने को लेकर क्या फैसले किये गए थे।