क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान
भारतीय महिला कुश्ती टीम के चीफ कोच कुलदीप मलिक का मानना है कि पिछले सालों की तुलना में इसबार देश की महिला पहलवान पहले की अपेक्षा ज्यादा फिट हैं और कम से कम दो पदक की दावेदार हैं।
विनेश फोगाट को वह पिछले ओलंपिक की तरह एक बार फिर प्रबल दावेदार मानते हैं। रियो में वह पदक के करीब पहुंच कर चोट खा बैठी थी। तब वह जबरदस्त फार्म में थी। लेकिन कुलदीप कहते हैं कि विनेश ने अपनी टाप फार्म फिर से पाली है। वह निश्चित पदक जीत रही है। पदक का रंग कैसा होगा यह ड्रा पर निर्भर करता है।
हालांकि कुलदीप कहते हैं कि उनकी सभी महिला पहलवान अपना दमखम दिखा चुकी हैं। ओलंपिक क्वालीफायर में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। विनेश को टक्कर देने वाली पहलवानों में मेजबान जापान और ग्रीस की लड़कियां प्रमुख हैं। खासकर, जापानी लड़की से उसे बच कर रहना होगा। साक्षी का साम्राज्य ध्वस्त करने वाली सोनम मलिक, अंशु मलिक और सीमा को भी वह कमतर नहीं आंकते। सभी लड़कियां गजब का प्रदर्शन कर रही हैं। उनसे प्रतिद्वंद्वी खौफजदा हैं।
एक सवाल के जवाब में कोच कहते हैं कि रियो ओलंपिक में भी उन्होंने दो पदक का दावा किया था। साक्षी ने हैरान करने वाला कमाल किया और कांसा जीता जबकि विनेश का भाग्य ने साथ नहीं दिया। वह कहते हैं कि सभी चार पहलवान कुछ न कुछ जीत सकती हैं पर उनका पूल कैसा पड़ता है, इस पर ज्यादा निर्भर है।
कुलदीप भारतीय पुरुष टीम को भी दमदार बताते हैं और कहते हैं कि बजरंग पूनिया सहित सभी चार पहलवान पदक जीत सकते हैं। उनकी तैयारी दर्शनीय है। दीपक पूनिया, रवि दहिया और सुमित मलिक ओलंपिक से पहले अपनी श्रेष्ठ फार्म पा चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि अपने पहलवानों की तैयारी से उत्साहित कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष सांसद ब्रज भूषण शरण सिंह ने एक साक्षात्कार में कहा था कि उनकी टीम टोक्यो ओलंपिक में छह पदक जीत सकती है।
कोच चाहते हैं कि पोलैंड रवाना होने से पहले तमाम पहलवान जहां हैं वहीं अपनी तैयारी जारी रखें। देश में कहीं भी कैम्प लगाना इसलिए ठीक नहीं क्योंकि कोरोना लगातार उनका पीछा कर रहा है। यदि सभी पहलवान ठीक ठाक और स्वस्थ रहे तो इस बार भारतीय कुश्ती रिकार्ड तोड़ प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित करेगी। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुलदीप नहीं चाहते कि पहलवानों के ट्रेनिंग कैम्प लगाए जाएं।