आईएसएसएफ वर्ल्ड चैम्पियनशिप शॉटगन 2025: ज़ोरावर सिंह संधू ने जीता पुरुष ट्रैप स्पर्धा का कांसा
वह वर्ल्ड चैम्पियनशिप में ट्रैप व्यक्तिगत स्पर्धा का पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय बने
संवाददाता
नई दिल्ली, 17 अक्टूबर, 2025: 31 साल पहले अपने पहले जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने और 27 साल बाद अपने पहले सीनियर विश्व चैम्पियनशिप में खेलने के बाद, भारत के ज़ोरावर सिंह संधू ने 48 वर्ष की आयु में इतिहास रचते हुए आईएसएसएफ वर्ल्ड चैम्पियनशिप शॉटगन 2025 में पुरुष ट्रैप स्पर्धा का कांस्य पदक जीत लिया। ग्रीस की राजधानी एथेंस स्थित मालाकासा शूटिंग रेंज में शुक्रवार को हुए फाइनल्स में ज़ोरावर ने बारिश, बादलों के साए और सबसे प्रतिकूल बिब नंबर जैसी चुनौतियों के बीच, शुरुआती 40 में से 31 निशाने सही साधे, और 50 शॉट्स के फाइनल्स में तीसरे स्थान पर रहे।
ज़ोरावर ने फाइनल्स के बाद कहा, “यह एक शानदार अनुभव रहा। रेंज कठिन थी, मौसम चुनौतीपूर्ण था, लेकिन यही खेल है और हम यहां हैं। मैं अपने परिवार, कोचों और साथियों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने हर समय मेरा समर्थन किया।” सोने का तमगा क्रोएशिया के पूर्व ओलंपिक चैंपियन योसिप ग्लासनोविक ने 44 हिट्स के साथ जीता, जबकि स्पेन के जूनियर विश्व चैंपियन आंद्रेस गार्सिया ने 39 हिट्स के साथ रजत पदक अपने नाम किया।
राष्ट्रीय राइफल महासंघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष कालिकेश नारायण सिंह देव ने कहा, “यह भारतीय शूटिंग के लिए एक और ऐतिहासिक क्षण है। ट्रैप में यह केवल हमारा तीसरा व्यक्तिगत विश्व चैम्पियनशिप पदक है और ज़ोरावर का योगदान अमूल्य है। यह दिखाता है कि भारतीय शूटिंग टीम हर टूर्नामेंट के साथ नई ऊंचाइयां छू रही है। ज़ोरावर की समर्पण भावना और पीटर विल्सन तथा पूरी कोचिंग टीम की मेहनत को पूरा श्रेय जाता है, जिन्होंने हमारी ट्रैप टीम को निरंतर बेहतर बनाया है।”
इससे पहले शुक्रवार को सुबह से ही ज़ोरावर की चुनौती कठिन थी, क्योंकि उन्हें फाइनल्स में जगह पक्की करनी थी। पिछले दो दिनों में हुए चार राउंड्स में उन्होंने केवल एक निशाना चूका था। पांचवें राउंड में उन्होंने 23 स्कोर किया (24, 25, 25, 25, 23), जिससे उनका कुल स्कोर 122 हुआ, जो क्वालिफिकेशन के लिए पर्याप्त रहा। ओवरनाइट लीडर और पूर्व विश्व चैम्पियनशिप रजत पदक विजेता एंटन ग्लासनोविक ने 125 के परफेक्ट स्कोर के साथ विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया। उनके भाई योसिप 124 के साथ दूसरे और अमेरिकी विश्व नंबर 2 विलियम हिंटन 123 के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
ज़ोरावर, गार्सिया और फ्रांस के एंटोनिन डेजर्ट के बीच शूट-ऑफ हुआ, जिसमें ज़ोरावर पहले निशाने पर चूक गए और उन्हें फाइनल्स में बिब नंबर 6 मिला — जो सबसे बड़ा नुकसान था, क्योंकि किसी भी बराबरी की स्थिति में उन्हें पहले बाहर होना पड़ता।
फाइनल्स की शुरुआत में ही ज़ोरावर दूसरा निशाना चूक गए, लेकिन अगले नौ लगातार सही लगाकर शुरुआती चरण में पांचवें स्थान पर पहुंचे। योसिप ने 12वें शॉट पर पहली बार निशाना छोड़ा, जबकि एंटन, जिन्होंने तीन दिनों में कोई शॉट नहीं चूका था, पहले 15 में ही चार निशाने खो बैठे। जब ज़ोरावर 13 हिट्स के साथ दूसरे स्थान पर पहुंचे, तभी बारिश शुरू हुई, जिससे सभी निशानेबाज़ों के लिए परिस्थितियां कठिन हो गईं। अगले दस में उन्होंने लगातार तीन निशाने छोड़े, लेकिन हिंटन के 25 शॉट्स के बाद बाहर होने से वे बने रहे।
इसके बाद डेजर्ट भी बाहर हो गए और जैसे ही सूरज और साये मैदान पर लौटे, एंटन का ध्यान भंग हुआ और उन्होंने अपने अंतिम 10 में से चार चूके, चौथे स्थान पर समाप्त किया। इसी के साथ ज़ोरावर ने एक बहुमूल्य विश्व चैम्पियनशिप पदक सुनिश्चित किया। अंतिम पांच निशानों में ज़ोरावर को स्वर्ण की दौड़ में बने रहने के लिए परफेक्ट स्कोर की ज़रूरत थी, लेकिन उन्होंने तीन निशाने चूके और कांस्य पदक के साथ अपना अभियान समाप्त किया।
महिला ट्रैप फाइनल में स्पेन की मार मोल्ने माग्रीना ने 46 हिट्स के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि इटली की सिलवाना मारिया स्टैंको को फिर से रजत से संतोष करना पड़ा। पोलैंड की सैंड्रा बर्नाल ने कांस्य पदक जीता। शनिवार को प्रतियोगिता का अंतिम दिन होगा, जिसमें ट्रैप मिक्स्ड टीम इवेंट का फाइनल खेला जाएगा — जो ओलंपिक में नया जोड़ा गया इवेंट है। भारत की दो टीमें इसमें हिस्सा लेंगी और एक और पदक जीतने का लक्ष्य रखेंगी।

वरिष्ठ पत्रकार