वरिष्ठ पत्रकार दिनेश शर्मा पंचतत्व में विलीन, मीडिया जगत में शोक की लहर
संवाददाता
नई दिल्ली, 14 अगस्त। मातृ श्री मीडिया के संयोजक एवं वरिष्ठ पत्रकार दिनेश शर्मा का मंगलवार को निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से पत्रकारिता जगत में गहरा शोक व्याप्त है। दिनेश शर्मा जी पत्रकारिता के क्षेत्र में चार दशकों से अधिक समय से सक्रिय थे। पंजाब केसरी में कार्यरत रहते हुए उन्होंने निष्पक्ष और निर्भीक रिपोर्टिंग के माध्यम से समाज के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया। उनकी कलम हमेशा सच के पक्ष में रही और वे जनहित के लिए जाने जाते थे। मातृ श्री मीडिया के जरिए उन्होंने अनेक सामाजिक और सांस्कृतिक अभियानों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
दिल्ली के निगम बोध घाट पर उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया, जहां परिजनों, मित्रों, पत्रकार साथियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उन्हें अश्रुपूर्ण विदाई दी। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकारों एवं पंजाब केसरी की निदेशक किरण चोपड़ा ने कहा कि दिनेश शर्मा जी का जाना मीडिया जगत के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है।आपातकाल (1975) के दौरान वे निडरता से पत्रकारिता करते हुए जेल भी गए। वे मातृ श्री मीडिया अवॉर्ड समिति के संयोजक थे, जो 1975 से हर वर्ष 25 उत्कृष्ट पत्रकारों को सम्मानित करता आ रहा है। इस मंच पर देश के बड़े नेता जैसे एल.के. आडवाणी, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह, डॉ. हर्षवर्धन, अजय माकन, मुख्तार अब्बास नकवी, रविशंकर प्रसाद, शाहनवाज़ हुसैन, संबित पात्रा और विशेष रूप से पंजाब केसरी के अश्विनी कुमार शामिल होकर उन्हें प्रोत्साहित करते रहे।
उनका नारा था— “लेखनी जो सत्ता की दासी नहीं रही, सरकारी इनामों की भी प्यासि नहीं रही, यह स्वाभिमान अपना जगाती ही रहेगी और नकाब गद्दारों के उठाती ही रहेगी।”
दिनेश शर्मा जी को शत-शत नमन।