खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बोले, लीग की कामयाबी पहला टारगेट
अल्टीमेट खो-खो का बहुप्रतीक्षित पहला संस्करण 14 अगस्त 2022 से 4 सितंबर 2022 तक पुणे के बालेवाड़ी स्टेडियम में खेला जाएगी
लीग चरण में कुल 34 मैच खेले जाएंगे, जिसमें प्रत्येक दिन दो मैच होंगे
नॉकआउट चरण में मैच प्लेऑफ प्रारूप में खेले जाएंगे जिसमें क्वालीफायर और एलिमिनेटर शामिल होंगे
मैच शाम 07:00 बजे से रात 10:00 बजे तक खेले जाएंगे और सोनी लिव पर लाइव प्रसारित किए जाएंगे
राजेंद्र सजवान
भारतीय खेलों पर सरसरी नज़र डालें तो शायद ही कोई ऐसा खेल होगा, जिसने खो-खो की तरह लंबी ऊंची छलांग लगाई होगी। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि भूला बिसरा भारतीय खेल खो-खो बिना किसी बड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान के सीधे लीग आयोजित करने जा रहा है। भले ही यह खेल विशुद्ध भारतीय है जिसे आम भारतीय बच्चे और युवा ने स्कूल-कॉलेज स्तर पर जरूर खेला होगा। लेकिन कुछ साल पहले तक यह खेल लगभग लुप्त सा हो गया था। सुधांशू मित्तल को खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (केकेएफआई) का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से अब भारी बदलाव देखने को मिल रहा है।
आज यहां एक संवातदाता सम्मेलन में मित्तल ने बताया कि कैसे खो-खो लीग के आयोजन में सफलता मिली। खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ने कहा कि कुछ सालों की कड़ी मेहनत के बाद अब यह भारतीय खेल अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। उनके अनुसार, अल्टीमेट खो-खो लीग नई ऊंचाइयों को छुएगा। अल्टीमेट खो-खो (यूकेके) का बहुप्रतीक्षित पहला संस्करण 14 अगस्त, 2022 से पुणे में शुरू हो रहा है। टूर्नामेंट में कुल छह टीमें प्रतिस्पर्धा करेंगी। खो-खो के खेल के लिए फ्रेंचाइजी-आधारित लीग पहली होगी और प्रतियोगिता में चेन्नई, मुंबई, गुजरात, ओडिशा, राजस्थान और तेलुगु की टीमें हिस्सा लेंगी।
वीडियो कॉलिंग के चलते खो-खो फेडरेशन के महासचिव त्यागी और लीग कमेटी के सीईओ तेनजिंग ने पुणे से बताया कि लीग चरण में कुल 34 मैच खेले जाएंगे, जिसमें प्रत्येक दिन दो मैच होंगे। नॉकआउट चरण में मैच प्लेऑफ प्रारूप में खेले जाएंगे जिसमें क्वालीफायर और एलिमिनेटर शामिल होंगे। चेन्नई क्विक गन्स (केएलओ स्पोर्ट्स), गुजरात जायंट्स (अदानी स्पोर्ट्सलाइन), मुंबई खिलाड़ी (बादशाह और पुनीत बालन), ओडिशा जगरनॉट्स (ओडिशा सरकार), राजस्थान वारियर्स (कैपरी ग्लोबल), तेलुगु योद्धा (जीएमआर स्पोर्ट्स) भाग लेने वाली टीमें हैं।
यह प्रतियोगिता 14 अगस्त 2022 से 4 सितंबर 2022 तक पुणे के बालेवाड़ी स्टेडियम में खेली जाएगी। मैच भारतीय समयानुसार शाम 07:00 बजे से रात 10:00 बजे तक खेले जाएंगे और सोनी लिव पर लाइव प्रसारित किए जाएंगे।
मित्तल के अनुसार, मिट्टी के मैदानों पर खेला जाने वाला खेल अब वैज्ञानिक रूप से विकसित मैट पर विशेष रूप से डिजाइन किए गए किट और संबंधित उपकरणों के साथ आयोजित किया जा रहा है।
मितल ने बताया कि उनकी टीम के प्रयासों के कारण 4 महाद्वीपों के 36 देशों में खो-खो खेला जा रहा है। खो-खो परिवार को उस समय गर्व हुआ जब महाराष्ट्र की एक अंतर्राष्ट्रीय खो-खो खिलाड़ी सुश्री सारिका काले को 2020 में प्रतिष्ठित “अर्जुन पुरस्कार” से सम्मानित किया गया। यह सभी खो-खो खिलाड़ियों के लिए भी एक महान नैतिक बूस्टर था।
उनके अनुसार, अब तक, केकेएफआई के साथ 30 लाख से अधिक खिलाड़ी पंजीकृत हैं। युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) खो-खो के विकास और प्रचार के लिए सभी आवश्यक बुनियादी ढांचे और वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए बहुत उदार रहे हैं।
खेल को दर्शकों की दृष्टि से अधिक रोमांचक बनाने के लिए नए लागू किए गए नियमों के साथ कोच, तकनीकी अधिकारियों और खिलाड़ियों को पूरी तरह से परिचित कराने के लिए विभिन्न संगोष्ठियों और कोचिंग शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
भारत सरकार खेल कोटा के तहत खो-खो को नौकरियों के लिए खेल की प्राथमिकता सूची में शामिल करने के लिए बहुत दयालु और विचारशील रही है। इसे अखिल भारतीय पुलिस खेल नियंत्रण बोर्ड (AIPSCB) के खेल पाठ्यक्रम में भी शामिल किया गया है। यह हमारे गांवों के गरीब और वंचित युवा खो-खो खिलाड़ियों को भारत में सीएपीएफ और पुलिस संगठनों में भर्ती होने का अवसर प्रदान करेगा।
श्री त्यागी केअनुसार, अध्यक्ष सुधांशू मित्तल के कुशल नेतृत्व में उनका खेल एशियाड में शामिल किया जा सकता है। लेकिन उनका पहला टारगेट लीग को सफल बनाना है।