- पहले सीजन की विजेता ने सीआईएसएफ प्रोटेक्टर्स से 2-2 का ड्रा खेलकर अंक गंवाया
- पांच मैचों में सात-सात खिलाड़ी उतारने के बाद दिल्ली एफसी ने इस बार टीम मैदान पर उतारी ही नहीं
संवाददाता
लगातार दूसरे फुटबॉल दिल्ली प्रीमियर लीग खिताब के करीब पहुंचने के बाद वाटिका दिल्ली एफसी लड़खड़ाने लगी है। पिछले मुकाबले में उसे भारतीय वायुसेना (दिल्ली) के हाथों दो गोल की हार का सामना करना पड़ा तो शनिवार को पहले सीजन की विजेता से सीआईएसएफ प्रोटेक्टर्स ने 2-2 की बराबरी पर रोक कर महत्वपूर्ण एक अंक छीन लिया।
इतना ही नहीं ईस्ट विनोद नगर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेले गए रफ-टफ मैच में कुछ खिलाड़ियों के खराब व्यवहार के कारण रेफरी मनीष और मैच कमिश्नर भारत सिंह नेगी ने सख्त कदम उठाते हुए वाटिका के एक ऑफ फील्ड खिलाड़ी को गंभीर चेतावनी भी दी है। उसने मैच के बाद रेफरी मनीष वशिष्ठ को सरे आम भद्दी गाली दी, जिसे कैमरे में कैद कर लिया गया है। बेहद आक्रामकता के साथ खेले गए मैच में वाटिका के लिए आयुष बिष्ट और पियूष भंडारी ने गोल जमाए। सीआइएसएफ के गोल भोला सिंह और प्लेयर ऑफ द मैच राजदीप सिंह ने उतारे। लेकिन ड्रा मैच में वाटिका एफसी ने रेफरी और उसके सहयोगियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
दिन का दूसरा मैच दिल्ली एफसी और वायुसेना के बीच तय था लेकिन पांच मैचों में सात-सात खिलाड़ी उतारने के बाद दिल्ली एफसी ने इस बार टीम मैदान पर उतारी ही नहीं। यह मामला अब प्रीमियर लीग आयोजन समिति पर छोड़ दिया गया है।