फिटनेस एवं डाइट से बनेंगे खेल महाशक्ति: खेल वैज्ञानिक

  • खेल मंत्रालय के सहयोग से पेफी द्वारा खेल विज्ञान पर राष्ट्रीय स्तर की सातवीं कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन 14 दिसम्बर को दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में स्वास्थ राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने किया
  • इस अवसर पर राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, युवा एवं खेल मामले मंत्रालय में संयुक्त सचिव कुणाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे
  • साथ ही विशेष अतिथि के रूप में एसजीएसयू गुजरात के वाइस चांसलर डॉक्टर अर्जुन सिंह राणा, द्रोणाचार्य अवार्डी डॉ. अजय बंसल, मानव रचना अन्तराष्ट्रीय विश्विद्यालय के प्रो वीसी डॉ. जी. एल. खन्ना, वाइस प्रेसिडेंट एमवे इंडिया के रजत बनर्जी, पेफी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. ए. के. उप्पल भी मौजूद थे

राजेंद्र सजवान

देश की सरकार अगले कुछ सालों में भारत को खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का इरादा रखती है। खेल वैज्ञानिक, कोच और खिलाड़ी बकायदा इस बारे में सोच विचार कर रहे हैं और संगठित प्रयासों से अच्छे परिणाम भी देखने को मिले हैं। देश के प्रधानमंत्री और आम नागरिक के सपनों को साकार करने के लिए बकायदा इस दिशा में प्रयास शुरू हो चुके हैं।

   खेल मंत्रालय के सहयोग से राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन संस्था फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पेफी) के द्वारा खेल विज्ञान पर राष्ट्रीय स्तर की सातवीं कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन 14 दिसम्बर को प्रगति मैदान, दिल्ली में स्वास्थ राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने किया।

  इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री बघेल ने कहा की अमृत काल में देश में हर क्षेत्र में प्रगति हो रही है और खेल का क्षेत्र भी अछूता नहीं है। उनके अनुसार प्रधानमंत्री मोदी खेल के हर आयोजन में व्यक्तिगत रुचि लेते हैं जिसकी वजह से ही देश में खेलों के लिए सकारात्मक माहौल बन रहा है।

   स्पोर्ट्स इंडिया 2023 के साथ आयोजित इस राष्ट्रीय स्तर की कॉन्फ्रेंस में ओलम्पिक में भारत का प्रदर्शन कैसे बेहतर हो और  दृष्टिकोण से खेल वैज्ञानिको ने मंथन किया। अमृत काल में खेलों के क्षेत्र में केंद्र सरकार की योजनाएं और उसके प्रभाव पर भी  विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की गई। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, युवा एवं खेल मामले मंत्रालय में संयुक्त सचिव कुणाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहें, साथ ही विशेष अतिथि के रूप में एसजीएसयू गुजरात के वाइस चांसलर डॉक्टर अर्जुन सिंह राणा, द्रोणाचार्य अवार्डी डॉ. अजय बंसल,  मानव रचना अन्तराष्ट्रीय विश्विद्यालय के प्रो वीसी डॉ. जी. एल. खन्ना, वाइस प्रेसिडेंट एमवे इंडिया के रजत बनर्जी, पेफी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. ए. के. उप्पल उपस्थित रहें।

 

   विशिष्ठ अतिथि डॉ. अनिल अग्रवाल ने युवाओं के लिए खेल के महत्व पर चर्चा की, उन्होंने कहा की हमारा देश विश्व का सबसे युवा देश है। युवाओं को खेलों से जोड़ने के लिए इस तरह की कॉन्फ्रेंस से युवाओं को खेल में करियर बनाने की भी प्रेरणा मिलती है।

   खेल मंत्रालय में संयुक्त सचिव कुणाल ने खेल विज्ञान पर आयोजित इस कांफ्रेंस को खेल और खिलाड़ियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि खेल विज्ञान विषय खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी है। उनके अनुसार विगत कुछ वर्षो में देश में खेल विज्ञान के क्षेत्र में खेल मंत्रालय के द्वारा कई नए कदम उठाए हैं और इस विषय पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जा रहा है, इसके अंतर्गत देश भर में स्पोर्ट्स साइंस के नए-नए कोर्स से चालू किए गए हैं और उनसे प्रशिक्षित विद्यार्थी साई और फेडरेशन से जुड़कर खिलाड़ियों के विकास में योगदान दे रहे हैं।

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