वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन 2024: भारतीय एलीट धावक कड़े मुकाबले के लिए तैयार

  • भारतीय एलीट महिला रेस की मौजूदा चैंपियन कविता यादव प्रभावशाली ट्रैक रिकॉर्ड के साथ एक बार फिर इस रेस में अपना खिताब बचाने उतरेंगी
  • कविता को भारत की दो शीर्ष महिला रोड रेसर-प्रीति लांबा और निरमा ठाकोर जैसी खिलाड़ियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा

संवाददाता

नई दिल्ली, 19 अक्टूबर, 2024: विदेशी धावकों के अलावा भारत की कुछ बेहतरीन लंबी दूरी के एलीट धावक वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन 2024 में कड़ी चुनौती पेश करने लिए राजधानी की रोड़ पर दौड़ेंगे। शनिवार को प्री-रेस प्रेस मीट में कुछ एलीट भारतीय धावक मीडिया से रूबरू हुए, जिनमें मौजूदा चैंपियन कविता यादव प्रमुख थीं। भारतीय एलीट महिला रेस की मौजूदा चैंपियन कविता यादव प्रभावशाली ट्रैक रिकॉर्ड के साथ एक बार फिर इस रेस में अपना खिताब बचाने उतरेंगी। वह 2023 राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 10,000 मीटर में दूसरे स्थान पर रहीं थीं और इसके अलावा उनके हालिया प्रदर्शन लंबी दूरी की स्पर्धाओं में उनके लगातार प्रभुत्व को प्रदर्शित करते हैं।

पिछले साल की हाफ मैराथन में यादव ने अपना सर्वश्रेष्ठ समय 1:17:42 समय निकाला था। कविता ने कहा, “वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन में मैं पिछले चैंपियन के तौर पर हिस्सा लेने आई हूं, इसलिए मुझ पर दबाव ज्यादा है। लेकिन मैं आगे आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार हूं और मुझे उम्मीद है कि मैं पूरी रेस में अपने ग्रुप के करीब रहूंगी। मैं अच्छा अभ्यास कर रही हूं, लेकिन प्रतियोगिता हमेशा की तुलना में कठिन है। यह कठिन होगा, लेकिन मुझे यकीन है कि मैं पिछले साल की तरह ही उसी स्तर पर पहुंच सकती हूं।”

   कविता को भारत की दो शीर्ष महिला रोड रेसर-प्रीति लांबा और निरमा ठाकोर जैसी खिलाड़ियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। प्रीति लांबा ने  2023 एशियाई खेलों में 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा का कांस्य पदक जीता था। वह वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन 2022 की कांस्य पदक विजेता भी रही हैं। प्रीति वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन की बहुत बड़ी प्रशंसक हैं और उन्होंने कहा, “मुझे यह हाफ मैराथन पसंद है। मैं 2014 से वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन में दौड़ रही हूं। और इस बार मैं इस आयोजन के लिए कड़ी मेहनत कर रही हूं। इस हाफ मैराथन की तैयारी के लिए मैंने स्टीपलचेज़ के लिए अपने अभ्यास को अलग रखा है।”

पाटन तालुका के हाजीपुर गांव की एक किसान की बेटी निरमा ठाकोर ने हाल ही में भारतीय एलीट वर्ग की महिला श्रेणी में 19वीं टाटा मुंबई फुल मैराथन 2024 में जीत हासिल की, जिसमें उन्होंने 41.195 किलोमीटर का कठिन कोर्स 2 घंटे, 47 मिनट और 11 सेकंड में पूरा किया। औपचारिक रूप से निरमाबेन भारतजी ठाकोर के रूप में जानी जाने वाली इस धाविका ने 2019 में पुणे में अंतर्राष्ट्रीय मैराथन प्रतियोगिता जीती, और रविवार को नई दिल्ली की सड़कों पर उतरने वाले शीर्ष अंतरराष्ट्रीय एलीट वर्ग के एथलीटों से प्रेरणा लेना चाहती हैं।

  

   उन्होंने कहा, “मैं वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन से पदक अपने संग्रह में जोड़ने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहती हूं। मैं अंतरराष्ट्रीय एलीट एथलीटों से अपनी प्रेरणा लूंगी। मैंने सोशल मीडिया पर उनके प्रदर्शन को देखा है और मैं उस स्तर तक पहुंचना चाहती हूं। मैं इसे प्रतिस्पर्धा के रूप में नहीं देखती लेकिन उनकी टाइमिंग कुछ ऐसी है जिसे हम हासिल करने का लक्ष्य रखते हैं।”

  • पुरुष एलीट धावकों का इंतजार कर रही है कड़ी प्रतिस्पर्धा

   पुरुष वर्ग में भी प्रतिस्पर्धा उतनी ही कड़ी है, जितनी महिला वर्ग में है। टीसीएस वर्ल्ड 10के बेंगलुरू में हाल ही में जीत हासिल करने वाले किरण ने 29:32 का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय लिया था। वेंदाता दिल्ली हाफ मैराथन को लेकर किरण ने कहा कि “मुझे एक महीने पहले चोट लगी थी और वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन के लिए फिट होना सचमुच समय के खिलाफ एक ‘दौड़’ थी। मैं अपने कोच और इस प्रक्रिया में मेरी मदद करने वाले हर व्यक्ति का आभारी हूं और मुझे उम्मीद है कि मैं उन्हें गौरवान्वित कर पाऊंगा।”

उनका मुकाबला सावन बरवाल से है, जो पिछले साल के इवेंट में कांस्य पदक विजेता रहे हैं। उनकी प्रभावशाली साख में 2023 में एशियाई हाफ मैराथन चैंपियनशिप में व्यक्तिगत कांस्य और टीम स्वर्ण शामिल हैं। राष्ट्रीय सीनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 5000 मीटर में बरवाल का हालिया स्वर्ण पदक उनके मौजूदा फॉर्म और आगे की चुनौती के लिए उनकी तत्परता को दर्शाता है।

 

  सावन ने कहा, “मैं कांस्य को स्वर्ण में बदलने की पूरी कोशिश करूंगा। मुझे खुशी है कि मौसम की स्थिति अनुकूल है, इसलिए मुझे उम्मीद है कि मैं इसका अच्छा उपयोग करूंगा।” उन्होंने यह भी कहा कि पेस-सेटर्स की शुरुआत भारत में धावकों के भविष्य के लिए अच्छा रहेगा। बकौल सावन, “भारत के बाहर, पेस-सेटर्स हमें एथलीट के रूप में खुद को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। अगर हम भारत में इस अवधारणा को पेश करते हैं, तो हम उम्मीद कर सकते हैं कि मानक में बड़े पैमाने पर सुधार होगा।”

   एलीट वर्ग में कालिदास हिर्वे भी शामिल हैं, जिनका अपार मैराथन अनुभव प्रतियोगिता में गहराई को जोड़ता है। 100 से अधिक मैराथन रेसों में भाग लेने तथा पूर्ण मैराथन में 2:18:14 घंटे के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ, हिर्वे की सहनशक्ति और रेस की रणनीति, वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन में उनके लिए महत्वपूर्ण कारक होगी। 20 अक्टूबर 2024 को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से शुरू होने वाली वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन में 260,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि होगी।

  • भारतीय एलीट एथलीट

पुरुष:

1.       किरण मात्रे

2.        सावन बरवाल 

3.        कालिदास हीरावे

4.        सुनील कुमार

5.        गौरव माथुर

6.        मनोज कुमार

7.        साहिल गिल

8.       गुरजीत सिंह

9.       पुनीत यादव

10.   मोहम्मद अलीम

11.   दीपक भट्ट

12.   शंकर लाल स्वामी

13.   कार्तिक जयराज करकेरा

14.   सर्वेश कुमार

15.   हेमंत सिंह

16.   हरीश श्योराण

17.   गगन सिंह

महिला:

1.        कविता यादव

2.        प्रीति लांबा

3.        अर्पिता सैनी

4.        रीमा पटेल

5.        निरमाबेन भरत जी ठाकोर

6.        सोनम नल

7.        एकता रावत

8.        लिली दास

9.        ज्योति सरोज

10.    रवीना गायक

11.    मीनू शर्मा

12.    लता डी

13.    अर्चना जाधव

14.   आराधना कुमारी

15.   आरती पावरा

16.   बसंती कुमारी

17.   अंकिता

18.   कविता कालीरमन

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