- प्रसिद्ध फ्रेंच कोच केविन रेने माइकल सिरेयु के मार्गदर्शन में 42 राइडर्स सहित 60 सदस्यों का भारतीय दल अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार है
- राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम के इंडोर वेलोड्रम में 21 से 26 फरवरी 2024 तक होने वाली इस चैम्पियनशिप के जरिये दिग्गज एशियाई साइकिलिस्ट ओलम्पिक टिकट पाने के लिए जोर लगाएंगे
- 18 देशों के लगभग 500 राइडर्स मेन एलीट, वूमेन एलीट, मेन जूनियर, वूमेन जूनियर और पैरा इवेंट्स सहित विभिन्न श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे
- फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीएफआई) के महासचिव मनिंदर पाल सिंह ने कहा, हम 2028 के ओलम्पिक गेम्स के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि हमारी एकेडमियों से ट्रेंड खिलाड़ी तब तक उस स्तर तक पहुंच जाएंगे, जहां से ओलम्पिक टिकट हासिल किया जा सकता है
अजय नैथानी
नई दिल्ली 19 फरवरी 2024: पेरिस ओलम्पिक 2024 से ठीक पहले भारत 43वीं एशियन ट्रैक साइकिलिंग चैम्पियनशिप की मेजबानी करने जा रहा है। राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम के इंडोर वेलोड्रम में 21 से 26 फरवरी 2024 तक होने वाली इस प्रतिष्ठित चैम्पियनशिप के जरिये जापान, कजाकिस्तान, चीन, मलयेशिया इत्यादि देश के दिग्गज एशियाई साइकिलिस्ट दांव पर लगे ओलम्पिक टिकट हासिल करने के लिए जोर लगाएंगे, लेकिन मेजबान भारत की ओर से ऐसी कोई उम्मीद नहीं की जा रही है, क्योंकि चैम्पियनशिप की आयोजक साइकिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीएफआई) का लक्ष्य 2028 के ओलम्पिक गेम्स के लिए क्वालीफाई करना है।
यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान साइकिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीएफआई) के महासचिव मनिंदर पाल सिंह ने इस चैम्पियनशिप को महत्वपूर्ण बताया, क्योंकि इसके जरिये एशिया के कई दिग्गज साइकिलिस्ट पेरिस ओलम्पिक 2024 का टिकट कटा सकते हैं। लेकिन भारत के ओलम्पिक में क्वालीफाई करने की संभावना के सवाल पर उन्होंने कहा, “हम पेरिस ओलम्पिक के लिए नहीं, बल्कि 2028 के ओलम्पिक गेम्स के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद कर रहे हैं। क्योंकि हमारी एकेडमियों से ट्रेंड खिलाड़ी चार साल तक उस स्तर तक पहुंच जाएंगे, जहां से ओलम्पिक टिकट हासिल किया जा सकता है।”
जब सीएफआई महासचिव से सवाल किया गया कि कुछ साल पहले जूनियर एशियन चैम्पियनशिप की सफलता के बाद फेडरेशन ने पेरिस ओलम्पिक का लक्ष्य रखा था, तो उनका जवाब था, “हमारी प्रगति में कोविड महामारी बहुत बड़ी रुकावट बनी, जिसके कारण हमारी सभी तरह की गतिविधियां ठप पड़ गई जबकि उस दौरान यूरोप में साइकिलिंग को लेकर तैयारियां जारी रही थीं। इसलिए हम पेरिस ओलम्पिक 2024 के लिए क्वालीफाई करने लक्ष्य से चूक गए। बहरहाल, भारतीय टीम के लिए विदेशी चीफ कोच केविन रेने माइकल सिरेयु (फ्रांस) के आने से खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा।”
बहरहाल, एशियन ट्रैक साइकिलिंग चैम्पियनशिप 2024 का आयोजन अत्याधुनिक इंडोर साइकिलिंग वेलोड्रोम में किया जाएगा, जो राष्ट्रमंडल खेल 2010 की विरासत है। पूर्व विश्व चैम्पियन और ओलम्पिक पदक विजेताओं सहित 18 देशों के लगभग 500 राइडर्स मेन एलीट, वूमेन एलीट, मेन जूनियर, वूमेन जूनियर और पैरा इवेंट्स सहित विभिन्न श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे। इसमें चीन, जापान, कोरिया, मलेशिया, कजाकिस्तान और ईरान जैसे अग्रणी साइकिलिंग देशों की भागीदारी से कड़ी प्रतिस्पर्धा की उम्मीद है।
पूर्व जूनियर विश्व नंबर एक श्री रोनाल्डो सिंह के साथ-साथ डेविड बेकहम, रोजित सिंह और एसो अल्बेन की मजबूत स्प्रिंट टीम के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को पोडियम फिनिश की बहुत उम्मीदें हैं। पिछली एशियाई चैम्पियनशिप पदक विजेता सुश्री धानध्या जेपी जैसी प्रतिभाओं के साथ, भारत का लक्ष्य स्वर्ण पदक है। दो बार के ओलम्पिक पदक विजेता और छह बार के विश्व पदक विजेता प्रसिद्ध कोच केविन रेने माइकल सिरेयु के मार्गदर्शन में 42 राइडर्स सहित 60 सदस्यों का भारतीय दल एशियाई मंच पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार है।
कुल प्रतिभागी देश हैं:- नेपाल, कजाकिस्तान, चीन, हांगकांग, कोरिया, थाईलैंड, ईरान, चीनी ताइपे, जापान, बांग्लादेश, उज्बेकिस्तान, मलयेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, लाओस, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, मकाऊ चीन और मेजबान भारत।