हमारे प्रतिनिधि द्वारा
टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने की उम्मीदके साथ न्यू दिल्ली मैराथन का आयोजन रविवार, 7मार्च को किया जा रहा है, जिसमें देश के सभी जाने माने धावकों ने भाग लेने की पुष्टि की है।
आज यहां नेहरू स्टेडियम पर भारतीय एथलेटिक फेडरेशन और फिट इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में खेल मंत्री किरण रिजिजू, फेडरेशन अध्यक्ष आदिल सुमारिवाला और सांसद मीनाक्षी लेखी ने भाग लेने वाले धावक धविकाओं को शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनसे देश को बहुत उम्मीदें हैं।
न्यू दिल्ली मैराथन में सबकी नजरें श्रीनू बुगाथा और सुधां सिंह पर रहेंगी, जोकि ओलंपिक टिकट के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए दृढ़ संकल्प हैं। आंध्र प्रदेश के श्रीनू पुणे के आर्मी इंस्टिट्यूट में ट्रेनिंग लेते हैं। उनका श्रेष्ठ समय 2घंटे 18 मिनट है। उसके सामने 2घंटे 11 मिनट की चुनौती है। सुधां सिंह को हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित किया गया है।
उसने एशियाई खेलों की 3000 मीटर स्टीपल चेज स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत कर नाम कमाया था । अब वह 2 घंटे 30 मिनट से राष्ट्रीय मैराथन का नया रिकॉर्ड बनाना चाहती है। आयोजकों के अनुसार एजेज फेडरल लाइफ इंसोरेंस मैराथन में एक हज़ार धावको के भाग लेने की संभावना है। वर्चुअल मैराथन में 15000 की भागीदारी की संभव है।
इस अवसर पर खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि जब तक खिलाडियों का हौंसला बढ़ाने के लिए दर्शक स्टेडियम में नहीं पहुंचते बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद निर्रथक है। उन्होंने बार बार मोदी सरकार के प्रयासों को सराहा और कहा कि सरकार किसी प्रकार की कमी नहीं कर रही लेकिन मैदान और ट्रैक पर तो खिलाड़ियों को मेहतन करनी है।
एक सवाल के जवाब में खेल मंत्री ने कहा कि सरकार से जो मांगोगे, मिलेगा लेकिन मेहनत तो खिलाड़ी ने करनी है। उन्होंने हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि जब महान एथलीट कार्ल लुइस भारत आये थे तो नेहरू स्टेडियम में उन्हें देखने हजार दर्शक भी नहीं जुटे थे। यह दर्शाता है कि अपने देश में खेलों के लिए माहौल बनाना कितना मुश्किल है।
हमेशा की तरह खेलमंत्री ने एकबार फिर कहा कि भारत 2028 के ओलंपिक खेलों में पहले दस देशों में शुमार होगा। लेकिन टोक्यो ओलंपिक में कितने पदक जीतेंगी, इस सवाल का जवाब उनके पास नहीं था।