India qualified for the final of the World Test Championship

भारत शान से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में

अहमदाबाद। भारत का छठे नंबर का बल्लेबाज जिस पर पिच पर सैकड़ा जमाता है, आठवें नंबर का बल्लेबाज चार रन से शतक से चूक जाता है और नौवें नंबर का बल्लेबाज अर्धशतक के करीब पहुंचता है उस पिच पर अगर इंग्लैंड की पूरी टीम 135 रन पर आउट हो जाती है तो दोष विकेट का नहीं बल्लेबाजों की तकनीक और उनकी मानसिकता का है।

मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर चौथे टेस्ट मैच को भारत ने तीसरे दिन ही पारी और 25 रन से जीतकर सीरीज 3-1 से अपने नाम की। इस जीत से भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिये भी क्वालीफाई किया जहां उसका सामना जून में लार्ड्स मैदान पर न्यूजीलैंड से होगा। भारत की जीत से आस्ट्रेलिया की फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें भी समाप्त हो गयी।

इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों ने तीसरे टेस्ट मैच के दो दिन में छूटने के बाद पिच को लेकर बड़ा हो हल्ला मचाया था लेकिन इस मैच के बाद उनकी निश्चित तौर पर बोलती बंद होगी क्योंकि भारतीयों ने इसी पिच पर 365 रन बनाये जबकि इंग्लैंड 205 और 135 रन ही बना पाया। इंग्लैंड की तरफ से पहली पारी में बेन स्टोक्स (55) और दूसरी पारी में डैन लारेन्स (50) ने अर्धशतक लगाये जबकि भारत के लिये ऋषभ पंत ने 101 रन की धांसू पारी खेली।

भारत के लिये तीसरे दिन की एकमात्र निराशा यही रही कि आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे वाशिंगटन सुंदर केवल चार रन से शतक से चूक गये। वह 96 रन पर नाबाद रहे। अक्षर पटेल, इशांत शर्मा और मोहम्मद सिराज के पांच गेंदों के अंदर आउट हो जाने से सुंदर को अपना पहला टेस्ट शतक पूरा करने का मौका नहीं मिला।

सुंदर ने सुबह अक्षर के साथ आठवें विकेट के लिये 106 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड की रही सही उम्मीद समाप्त कर दी थी। अक्षर 43 रन बनाकर रन आउट हुए। इस कारण बेन स्टोक्स के अगले ओवर में इशांत शर्मा को स्ट्राइक लेनी पड़ी। वह पहली गेंद पर पगबाधा आउट हो गये। स्टोक्स ने चौथी गेंद पर सिराज को बोल्ड करके सुंदर को निराश कर दिया।

सुंदर ने हालांकि बेहतरीन पारी खेली। उन्होंने टिककर बल्लेबाजी और 174 गेंदों का सामना करके 10 चौके और एक छक्का लगाया। सुंदर ने कल पंत के साथ सातवें विकेट के लिये 113 रन की साझेदारी करके भारत को बड़ी बढ़त हासिल करने की तरफ अग्रसर किया था।

स्टोक्स इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 89 रन देकर चार विकेट लिये। जेम्स एंडरसन ने तीन और जैक लीच ने दो विकेट हासिल किये।

इंग्लैंड पहली पारी में 160 रन से पीछे था और उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती पारी की हार से बचना था जिसमें वह नाकाम रहा। अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन ने उसके बल्लेबाजों को फिर से अपनी फिरकी के जाल में फंसाकर भारत को बड़ी जीत दिलायी।

अश्विन (47 रन देकर पांच) और अक्षर (48 रन देकर पांच) ने पांच-पांच विकेट लिये। अश्विन ने 30वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लेने का कारनामा किया। अक्षर ने सीरीज के तीन मैचों में 27 विकेट चटकाये और चौथी बार पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया।

इंग्लैंड चेन्नई में पहला टेस्ट मैच बड़े अंतर से जीत गया था लेकिन इसके बाद भारत ने अगले तीनों मैच जीतकर शानदार वापसी की। यह कुल छठा और लगातार दूसरा अवसर है जबकि भारत ने पहला मैच गंवाने के बाद वापसी करके सीरीज जीती। आस्ट्रेलिया दौरे में उसने एडीलेड में पहला टेस्ट हारने के बाद सीरीज 2-1 से जीती थी।

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टी20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जाएगी। टी20 सीरीज के मैच अहमदाबाद में ही 12, 14, 16, 18 और 20 मार्च को खेले जाएंगे जबकि वनडे सीरीज पुणे में होगी। वनडे मैच 23, 26 और 28 मार्च को होंगे।

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