Dear Neeraj उठो, गांडीव संभालो और पदकों का अंबार लगा दो।
राजेंद्र सजवान/क्लीन बोल्ड ‘बस नीरज अब और नहीं। एक स्वागत समारोह में आपकी तबीयत खराब हो गई थी और आपको बीच से उठ कर जाना पड़ा था। आपका स्वागत पूरा देश और दुनिया कर रहे हैं। हर भारत वासी आपको पलकों पर बिठा रहा है। तो फिर ये नेताओं के स्वागत समारोह और झूठे वादे …
Dear Neeraj उठो, गांडीव संभालो और पदकों का अंबार लगा दो। Read More »