क्लीन बोल्ड

Why cricket journalism has become sports journalism

क्यों क्रिकेट पत्रकारिता बन कर रह गई है खेल पत्रकारिता?

क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान किसी जीत से कम भी नहीं यह ऐतिहासिक ड्रा, इस शीर्षक के साथ देश के एक लीडिंग हिंदी अखबार में छपी खबर में भारतीय खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की गई,जिसके वे हकदार भी बनते हैं। सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम के हौंसले और संयम की जितनी …

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beware! Do you want to make your girl or boys a cricketer

होशियार, खबरदार! क्या आप अपने लाडले(लाडली) को क्रिकेटर बनाना चाहते हैं?

क्लीन बोल्ड/राजेंद्र सजवान लाखों करोड़ों माँ बाप की तरह यदि आप भी अपने बेटे-बेटी को क्रिकेटर बनाना चाह रहे हैं तो खबरदार हो जाइए, क्योंकि इस दौड़ में ख़तरे बड़े हैं| ठीक उसी तरह जैसे कि आई ए एस, आई पी एस, डाक्टर या इंजीनियर बनाने का सपना देखने वाले हर युवा को कामयाबी नहीं …

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Crowd abusing on racism

फिर नस्लवाद ने सर उठाया, फिर फिर खेल बिगाड़ने की साजिश……!Crowd abusing on racism

क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान वाद विवाद और गंभीर विवादों के मैदान के रूप में कुख्यात आस्ट्रेलिया का सिडनी क्रिकेट मैदान एक बार फिर चर्चा में है। भारत और आस्ट्रेलिया के मध्य खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में भले ही कोई बड़ा हादसा होते होते रह गया, मंकी गेट और फ़िंगर गेट की तरह किसी …

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Kho Kho has to be made an Olympic sport

खो खो को ओलम्पिक खेल बनाना है! आईओए की राजनीति सेतौबा!!….सुधांशु मित्तल

क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान खो खो फेडरेशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता सुधांशु मित्तल अपने खेल को ओलंपिक खेल का दर्जा दिलाने का सपना देख रहे हैं लेकिन वह भारतीय ओलंपिक संघ(आईओए) की राजनीति से दूर रहना चाहते हैं। कुछ दिन पहले तक वह आईओए के घमासान में खासी रुचि ले रहे थे पर …

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Special on the death anniversary of Olympian Surjeet singh

ओलंपियन सुरजीत की पुण्यतिथि पर विशेष!

क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान How a Benefit match turned into a Memorial one? उस समय जबकि हाकी मैंचों के नतीजे प्राय: पेनल्टी कार्नर से तय होते थे और पेनल्टी कार्नर में दक्षता रखने वाली टीमों का दबदबा तय होता था, भारत के पास भी एक विशेषज्ञ था, जिसे हमने छोटी उम्र में ही खो दिया। …

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Demand to make Guru Hanuman Akhara a wrestling museum

गुरु हनुमान अखाड़े को कुश्ती संग्रहालय बनाने की मांग!

क्लीन बोल्ड/राजेंद्र सजवान राष्ट्रीय खेल अवार्ड प्राप्त गुरुओं पर सरसरी नज़र डालें तो सचिन तेंदुलकर के गुरु रमाकांत आचरेकर, पीटी उषा के गुरु नाम्बियार और सतपाल, करतार,प्रेमनाथ, सुदेश, जगमिंदर और सैकड़ों अन्य पहलवानों के गुरु हनुमान का कद बहुत बड़ा है।लेकिन सबसे ऊंचे कद की बात करें तो गुरु हनुमान की टक्कर का दूसरा कोई …

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Milkha Singh wants gold in Olympic

संत मिल्खा कहिन!अब ओलंपिक गोल्ड चाहिए!!

क्लीन बोल्ड/राजेंद्र सजवान देश के सर्वकालीन श्रेष्ठ पुरुष एथलीट सरदार मिल्खा सिंह 88 के हो चले हैं। उनकी दिली इच्छा है कि जीते जी किसी भारतीय को ओलंपिक चैंपियन बनता देख पाएं। हाल ही में उन्होंने एक कार्यक्रम के चलते कहा कि उन्हें उस दिन सबसे ज्यादा खुशी मिलेगी जिस दिन कोई भारतीय ओलंपिक गोल्ड …

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School Games Federation of India dont care about the Sports Ministry

SGFI की दादागिरी!क्या उखाड़ लेगा खेल मंत्रालय?

क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान भले ही सरकार ने खेलो इंडिया और फिट इंडिया जैसे खेल प्रोत्साहन कार्यक्रमों द्वारा देश में खेलों के लिए माहौल बनाने का प्रयास किया है लेकिन जब तक जड़ों को ईमानदारी और निष्ठा के साथ नहीं सींचा जाता चैंपियन खिलाड़ी तैयार करने में कामयाबी शायद ही मिल पाए। अक्सर कहा जाता …

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भारतीय हॉकी: चाँद भी अब नजर नहींआता; और सितारे भी कम निकलते हैं!

क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान मेजर ध्यानचंद और सरदार बलबीर सिंह यदि भारतीय हॉकी के चांद थे तो सितारा खिलाड़ियों की भी कमी नहीं थी। हॉकी को राष्ट्रीय खेल समझ उससे प्यार करने वाले भी कम नहीं थे। लेकिन हॉकी की कसमें खाने वाले और खिलाड़ियों की हर अदा पर जान न्योछावर करने वाले लगातार घट …

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Why is Ghosh's grandfather angry Only cricket journalism is left!

क्यों नाराज हैं घोष दादा? बस क्रिकेट पत्रकारिता बची है!

Clean bold/ राजेंद्र सजवान देश के 82 वर्षीय खेल पत्रकार श्याम सुंदर घोष मीडिया से नाराज हैं। महान फुटबाल ओलंपियन निखिल नंदी के देहावसान की खबर को नहीं छापने या सम्मान जनक स्थान नहीं दिए जाने पर उन्होंने फेसबुक में अपनी पोस्ट पर जो पीड़ा व्यक्त की है उसे पढ़ कर भारतीय मीडिया और खासकर …

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