क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान
इंग्लैंड के विरुद्ध पहले टेस्ट मैच में ऋषभ पंत को शामिल किए जाने का सीधा सा मतलब है कि भारतीय टेस्ट टीम में महेंद्र सिंह धोनी के रिक्त स्थान की भरपाई लगभग हो गई है। लेकिन ऐसा रातों रात नहीं हुआ है। ऋषभ ने इस मुकाम को पाने में ना सिर्फ खासी मेहमत की है अपितु लगातार बेहतर प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का विश्वास भी जीता है।
यह सही है कि ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध निर्णायक टेस्ट मैच में उसने मैच विजेता पारी और शानदार आल राउंड खेल से भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित और गौरवान्वित किया। फ़िरभी उसे अभी धोनी का असल उत्तराधिकारी कहलाने के लिए कमसे कम ताजा सीरीज तक इंतजार करना होगा।
इंग्लैंड के विरुद्ध घरेलू सीरीज में दोनों टीमों का बहुत कुछ दांव पर लगा है। भारतीय कप्तान विराट कोहली और ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले अजिंक्य रहाणे के साथ साथ ऋषभ से भी भारतीय क्रिकेट प्रेमी उम्मीद लगाए हैं।
हालाँकि ऋषभ को शार्ट फार्मेट में अपना स्थान पक्का करने में थोड़ा समय और लग सकता है लेकिन भारतीय क्रिकेट में उसे अब लंबे रेस के घोड़े के रूप में देखा जा रहा है। यदि वह इसी प्रकार मैच विजेता प्रदर्शन जारी रखता है तो कोई भी विकेट कीपर बलल्लेबाज उसे शायद ही अपदस्त कर पाए।
दो साल पहले दिल्ली खेल पत्रकार संघ (DSJA) ने उसे देश के श्रेष्ठ उदीयमान क्रिकेटर के रूप में सम्मानित किया था। तब उसने एक सवाल के जवाब में कहा था कि महेंद्र सिंह धोनी जैसा खिलाड़ी बनाना चाहते हैं। पिछले कुछ सालों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो वह धोनी जैसे सही ट्रैक पर चल रहा है।
रणजी ट्राफी मुकाबले में तिहरा शतक जमाकर उसने अपनी प्रतिभा और इरादे दिखा दिए थे। आईपीएल में जब उसे चार टॉप खिलाड़ियों के साथ 15 करोड़ में खरीदा गया तो यह उपलब्धि भी कुछ कम नहीं थी।
ऋषभ के प्रदर्शन से प्रभावित फील्डिंग कोच श्रीधरन कहते हैं कि वह विस्फोटक पैकेज है और किसी को हार्ट अटैक भी दे सकता है।
धोनी के रिक्त स्थान की भरपाई करने का दम रखने वाला यह युवा खिलाड़ी माही के पूर्वजों के प्रदेश उतराखंड से है। फर्क इतना है कि धोनी दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और ऋषभ से कहीं बड़ी उम्र में टीम इंडिया में अपना स्थान पक्का कर पाए थे।
वह धोनी को अपना आदर्श मानता है। क्रिकेट विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले सालों में ऋषभ तमाम रिकार्ड तोड़ सकता है। हालांकि उसे अभी काफी कुछ सीखना है। खास कर विकेट के पीछे कुछ और सुधार की जरूरत है।