केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भारत के उद्योग जगत और प्रमुख सार्वजनिक उपक्रमों से आग्रह किया है कि वे देश में खेल के वातावरण को मजबूती देने और खेल का पावरहाउस बनने संबंधी भारत के सपने को पूरा करने के सफर में हितधारक बनने के लिए अपनी कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत राष्ट्रीय खेल विकास निधि (एनएसडीएफ) में योगदान करने के लिए आगे आएं।
भारतीय स्टेट बैंक ने इस वर्ष सबसे पहले इस अंशदायी निधि में योगदान किया है। एसबीआई ने 8 जनवरी, शुक्रवार को एनएसडीएफ में 5 करोड़ रुपये का योगदान किया। इसका मुख्य उद्देश्य टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टीओपीएस) के तहत समर्थित उम्दा एथलीटों की जरूरतों एवं आवश्यकताओं को पूरा करना है।
एनएसडीएफ में कंपनियों, सार्वजनिक उपक्रमों और लोगों द्वारा किए गए कुल अंशदान के बराबर रकम भारत सरकार द्वारा दी जाती है और इस निधि का उपयोग राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए सामान्य एवं विशिष्ट खेल विषयों को बढ़ावा देने में किया जाता है। साथ ही इस रकम का उपयोग संबंधित खेल विषयों में प्रशिक्षण एवं कोचिंग के लिए खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों एवं खेल विशेषज्ञों को बुलाने में भी किया जाता है।
रिजिजू ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं उदारतापूर्व किए गए इस योगदान के लिए एसबीआई को धन्यवाद देता हूं और इस टीम को विश्वास दिलाता हूं कि एक-एक पैसे का उपयोग इस साल हमारे ओलंपिक एथलीटों की यात्रा को मजबूत करने में काफी समझदारी से किया जाएगा।
मैं इस अवसर पर सभी सार्वजनिक उपक्रमों, कंपनियों और लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे आगे आएं और एनएसडीएफ में योगदान करते हुए खेल का पावरहाउस बनने के लिए भारत की यात्रा में हितधारक बनें। सरकार खेल के लिए एक मजबूत परिवेश तैयार के लिए हरसंभव कार्य कर रही है। लेकिन सरकार अकेले इसे हासिल नहीं कर सकती है।
हमें एक टीम के रूप में काम करने की आवश्यकता है ताकि 2028 के ओलंपिक में शीर्ष 10 देशों में भारत को शामिल कराने के दीर्घकालिक सपने को साकार किया जा सके। इन स्वैच्छिक योगदानों से यह सुनिश्चित होगा कि वित्त मंत्रालय द्वारा भी बराबर रकम मिलेगी और इस फंड का इस्तेमाल हमारे एथलीटों के लिए विवेकपूर्ण तरीके से किया जा सकता है।’
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खेरा ने खेल मंत्री को 5 करोड़ रुपये का चेक भेंट किया। इस पहल के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ‘इस साल ओलंपिक के लिए टीओपीएस योजना के तहत उमदा एथलीटों के लिए योगदान करना एसबीआई के लिए गर्व की बात है। इस साल हमारे एथलीट विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करेंगे और एक जिम्मेदार कॉरपोरेट नागरिक के तौर पर हमें लगता है कि उन्हें हरसंभव मजबूती देना हमारा कर्तव्य है।’
फिलहाल 2021 ओलंपिक के लिए टीओपीएस कोर ग्रुप में 105 एथलीटों का चयन हुआ है जो एथलेटिक्स के विभिन्न खेलों कुश्ती, भारोत्तोलन, निशानेबाजी, टेनिस, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, पैरा-एथलेटिक्स, पैरा-बैडमिंटन, पैरा-शूटिंग, तीरंदाजी और मुक्केबाजी से संबंधित हैं। एनएसडीएफ के जरिये होने वाले वित्तपोषण का उपयोग ओलंपिक के लिए चुने गए एथलीटों के प्रशिक्षण में किया जाएगा।