कार्तिकेय का खेल प्रेम जग जाहिर लेकिन खुद के राज तिलक पर खड़ा हुआ सवाल!

राजेंद्र सजवान

इसमें दो राय नहीं कि किसी भी खेल की लोकप्रियता और पहचान के लिए उसके चाहने वालों की भूमिका बड़ी होती है और ऐसे लोग हर बड़े से बड़े सम्मान के हकदार भी होते है। लेकिन जो इंसान खेल को बढ़ावा देने का लिए अपना पैसा, समय, अनुभव और सबकुछ दांव पर लगा दे उसे कार्तिकेय शर्मा कहते हैं। प्रो स्पॉटीफाई के संस्थापक, हरियाणा से राज्यसभा सांसद और देश में कुश्ती, मुक्केबाजी और पोलो की पेशेवर लीग आयोजन का बीड़ा उठाने वाले कार्तिकेय को  “इंडियन स्पोर्ट्स फैन अवार्ड 2022” से सम्मानित किया गया।

   स्पोर्ट्स फैन अवार्ड समारोह में भारत की पहली ओलम्पिक पदक विजेता महिला खिलाड़ी कर्णम मल्लेश्वरी, कुश्ती दिग्गज ओलम्पिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त, उनके गुरु राज सिंह, साक्षी मलिक के कोच, ओलम्पियन ज्ञान पहलवान, मुक्केबाज राजकुमार सांगवान, विकास कृष्णन, विराट कोहली के कोच राजकुमार शर्मा, टेनिस खिलाड़ी रोहित राजपाल, निशानेबाज मनु भाकर, क्रिकेटर पवन सेहरावत, इंडियन सुपर फैन सुगुकार और सुधीर और हरियाणा के खेल मंत्री हॉकी ओलम्पियन संदीप सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। खेल हस्तियों, खिलाड़ियों, कोचों और खेल पत्रकारों के बीच यह उत्सुकता का विषय बना हुआ था कि किसे स्पोर्ट्स फैन अवार्ड से सम्मानित किया जाता है!

   अचानक घोषणा होती है,… इंडियन स्पोर्ट्स फैन अवार्ड 2022 के लिए सांसद कार्तिकेय शर्मा को चुना जाता है। चंद सेकंड के लिए ख़ामोशी छा जाती है, सभी के मुंह खुले रह जाते हैं| फिर तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कार्तिकेय के खेल प्रेम, समर्पण, दानशीलता के बारे में जानकारी दी जाती है।

   बेशक, खेल प्रोत्साहन के लिए कार्तिकेय ने प्रशंसनीय काम किए हैं और बड़े से बड़े सम्मान के हकदार बनते हैं लेकिन खुद के सर ताज सजाने के लिए इतना बड़ा तामझाम जोड़ना ज्यादतर के गले नहीं उत्तर पाया। अवार्ड समारोह के बाद ज्यादतर अर्जुन अवार्डी, द्रोणाचार्य और खेल प्रशासक खुसफुसाहट करते देखे गए। उन्हें सम्मानित करने का यह तरीका कुछ अटपटा लगा। सभी ने माना कि कोई भी खेल बिना फैंस के ज्यादा टिकाऊ नहीं रह सकता है। खेल देखने वालों और खेल प्रशंसकों का होना जरूरी है| ठीक इसी प्रकार खेल को प्रोत्साहन देने वाले भी अपनी भूमिका निभाते हैं। खेल मंत्री संदीप सिंह ने कार्तिकेय की तारीफों के पुल बाँध दिए। उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा में खेलों के लिए वे खुद  कौन-कौन से बड़े काम कर रहे हैं। योगेश्वर दत्त ने कुश्ती में कार्तिकेय के योगदान को सराहा तो मल्लेश्वरी ने बताया कि दिल्ली सरकार की खेल यूनिवर्सिटी बन कर तैयार है।

   बेशक, सम्मान समारोह में खेल सितारों की उपस्थिति काबिले तारीफ़ थी लेकिन ज्यादातर को यह समझ नहीं आया कि उन्हें किस लिए बुलावा भेजा गया था!

   इस अवसर पर कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि यह पुरस्कार भारतीय फैंस के स्नेह का प्रतीक है। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री के खेलो इंडिया कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ग्रास रूट लेवल पर शुरू किया गया यह आयोजन स्वागत योग्य है और मुझे विश्वास है कि आने वाले पांच-दस वर्षों में इस कार्यक्रम से देश को कई मेधावी प्रतिभाएं मिलेंगी।  कार्तिकेय ने कहा कि खिलाड़ियों को आम तौर पर मुश्किल दौर से गुजरना पड़ता है। हमारी कोशिश उस यात्रा को आसान करने में मदद करना है। उनकी इस यात्रा में परिवार, कोच और फेडरेशन सभी जुड़े होते हैं लेकिन इन सबके अलावा हम उनके फैंस को भी इस कामयाबी का श्रेय देते हैं जो इन खिलाड़ियों की हौसला-अफज़ाई करने में मददगार साबित होते हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *