देश के कई राज्यों के मुएथाई प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मिति से दिल्ली के संजीव कुमार को अध्यक्ष चुना
यूपी के दयाचन्द भोला को महासचिव, योगेश को कोषाध्यक्ष एवं एस. भारद्वाज तकनीकी सचिव नियुक्त किया गया
मुएथाई खेल को नए सिरे से संगठित करने के लिए अपनी कार्यकारिणी समिति के सदस्यों का चयन किया गया
नवगठित राष्ट्रीय फेडरेशन ने निर्णय लिया है कि सबसे पहले इस खेल को शीघ्र अतिशीघ्र खेल मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त खेलों में शामिल किया जाए
संवाददाता
मुएथाई खेल के विकास हेतु ‘मुएथाई इंडिया नेशनल फेडरेशन’ का रविवार को पुर्नगठन किया गया, जिसमें देश के कई राज्यों के मुएथाई प्रतिनिधियों ने भाग लिया और मुएथाई खेल को नए सिरे से संगठित करने के लिए अपनी कार्यकारिणी समिति के सदस्यों का चयन किया। सर्वसम्मिति से दिल्ली के संजीव कुमार को अध्यक्ष तथा यूपी के दयाचन्द भोला को महासचिव नियुक्त किया गया। योगेश को कोषाध्यक्ष एवं एस. भारद्वाज तकनीकी सचिव चुना गया।
इस अवसर पर नई टीम ने खेल को मजबूती के साथ नए सिरे से शूरू करने का संकल्प लिया, जिसकी शुरुआत आगामी जुलाई में त्यागराज स्टेडियम, नई दिल्ली में एशियाई स्तर की प्रतियोगिता के साथ की जाएगी। फेडरेशन के अध्यक्ष संजीव कुमार के अनुसार, खेल को गति देने के लिए थाईलैण्ड के नामी-गिरामी मुएथाई मास्टरों से सम्पर्क किया गया है। उल्लेखनीय है कि मुएथाई थाईलैण्ड का राष्ट्रीय खेल है और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर थाई खिलाड़ियों का दबदबा रहा है।
फेडरेशन के सचिव दयाचन्द भोला के अनुसार, एशियन मार्शल आर्ट्स प्रतियोगिता में थाईलैण्ड, नेपाल, श्रीलंका, फिलिपीन्स, बांग्लादेश, भूटान और मेजबान भारत की टीमें भाग लेंगी। ज्ञात हो कि कुछ साल पहले तक भारत में यह खेल ऊंचाइयों पर था लेकिन अधिकारियों की आपसी फूट के कारण खेल बिगड़ गया, नतीजन अधिकांश खिलाड़ी दूसरी मार्शल आर्ट्स खेलों में भाग लेने के लिए विवश हो गए।
नवगठित राष्ट्रीय फेडरेशन ने निर्णय लिया है कि सबसे पहले इस खेल को फिर से पहचान दिलाई जाए और शीघ्र अतिशीघ्र खेल मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त खेलों में शामिल किया जाए। फेडरेशन की आगामी योजनाओं में एक राष्ट्रीय स्तर की अकादमी स्थापित करना शामिल है। संभवत: उत्तराखंड में पहली अकादमी खोली जाएगी।