दूसरे स्थान के लिए दिल्ली एफसी और गढ़वाल में जंग तेज
गढ़वाल हीरोज ने उत्तराखंड को 6-0 से रौंद डाला
वाटिका ने अपने अंतिम लीग मैच में फ्रेंड्स यूनाइटेड को 3-0 से हराकर चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया
पुरस्कार वितरण 29 को होगा, जिसमें वाटिका को मिलेगी साढ़े तीन लाख रुपये की इनामी राशि
संवाददाता
वाटिका एफसी ने पहले ही झटके में पहली दिल्ली प्रीमियर लीग का खिताब जीत लिया है। इस लीग के जरिये पहली बार दिल्ली में फुटबॉल मानचित्र पर अवतरित हुई वाटिका एफसी ने फ्रेंड्स यूनाइटेड को 3-0 से हराकर दिल्ली का चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया।
विजेता टीम का खाता यूनाइटेड के रक्षक मोहम्मद खालिद के आत्मघाती गोल से खुला। दूसरा गोल स्थानापन्न खिलाड़ी कुशान्त को तोहफे के रूप मिला और तीसरा गोल राहुल रावत ने जमाया।
नेहरू स्टेडियम पर खेले गए निर्णायक मैच का पहला हाफ बेहद नीरस और उबाऊ रहा। तब तक विजेता टीम चैम्पियन जैसा खेल बिल्कुल भी नहीं खेली। हालांकि अधिकांश समय वाटिका का दबदबा रहा लेकिन फ्रांसिस और उसकी जगह खेलने मैदान पर उतरे कुशान्त चौहान ने कई मौके बेकार किए।
अंततः कुशान्त ने तोहफे के रूप में मिला गोल जमाकर अपनी गलतियों पर पर्दा डाल दिया। पराजित टीम फ्रेंड्स यूनाइटेड प्रीमियर लीग में बनी रहेगी।
प्रीमियर लीग का समापन 29 सितंबर को सुदेवा और दिल्ली एफसी के बीच खेले जाने वाले आखिरी मैच के साथ होगा लेकिन चैम्पियन का फैसला हो गया है जिसमें वाटिका बाजी मार चुकी है। वो 3,50,000 रुपए के पहले पुरस्कार की हकदार बन गई है। अब डेढ़ लाख के दूसरे पुरस्कार की होड़ में दिल्ली एफसी और गढ़वाल शामिल हैं।
दिन के दूसरे मैच में पूर्व लीग चैम्पियन गढ़वाल हीरोज ने उत्तराखंड को 6-0 से रौंद डाला। विजेता के लिए निर्मल बिष्ट और आसिफ ने दो-दो, सन्डे और ध्रुव शर्मा ने ने एक-एक गोल जमाए।
उत्तराखण्ड और हिंदुस्तान क्लब दिल्ली प्रीमियर लीग से बाहर हो गए हैं।