महिला एथलेटिक कोच का आरोप है कि खेल राज्य मंत्री ने उसे घर पर बुलाकर मनमानी करने का प्रयास किया
इस कोच ने अपनी शिकायत में लिखा है कि जब इसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई तो अंततः उसे पुलिस और न्याय का सहारा लेना पड़ा है
जूनियर महिला कोच के सामने आने के बाद संदीप पर आरोपों की झड़ी लग गई है
राजेंद्र सजवान
जाने-माने ओलम्पियन, अर्जुन अवार्डी, पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ, भारतीय टीम के कप्तान और हरियाणा सरकार के खेल मंत्री संदीप सिंह के साथ और न जाने कौन-कौन से अलंकार और सम्मान जुड़े हैं। जूनियर वर्ल्ड कप में सर्वाधिक गोल जमाने वाले और एथेंस ओलम्पिक में खेलने वाले सबसे छोटी उम्र के भारतीय खिलाड़ी का सम्मान भी उन्हें प्राप्त है। यही नहीं, उनकी जीवनी पर फिल्म भी बनी है। अब उनके नाम के साथ जो कुछ जुड़ा है, उसे बेहद शर्मनाक कहा जा रहा है।
खबर है कि एक महिला एथलेटिक कोच ने संदीप सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। जूनियर महिला कोच का आरोप है कि खेल राज्य मंत्री ने उसे घर पर बुलाकर मनमानी करने का प्रयास किया और लाख मना करने के बावजूद भी जब नहीं माने तो उसे मजबूरन मंत्री जी के विरुद्ध शिकायत दर्ज करनी पड़ी है। जूनियर महिला कोच ने अपनी शिकायत में लिखा है कि जब संदीप की बात नहीं मानी तो उसका ट्रांसफर कर दिया गया। उसका यह भी कहना है कि जब ऊपर से नीचे तक किसी ने उसकी पीड़ा को नहीं समझा तो अंततः उसे पुलिस और न्याय का सहारा लेना पड़ा है।
जूनियर महिला कोच के सामने आने के बाद संदीप पर आरोपों की झड़ी लग गई है। एक जाने-माने तैराक और विभाग के तैराकी कोच ने आरोप लगाया है कि संदीप सिंह राज्य के खेल विभाग का सबसे बड़ा आतंकी है। पद और सत्ता के घमंड में उसने खिलाड़ियों और खेल गुरुओं का इस कदर शोषण किया, जिसकी कोई कल्पना नहीं की जा सकती। एक हॉकी कोच ने तो उसे हॉकी और प्रदेश के अन्य खेलों का दुश्मन तक बताया और कहा कि उसने हरियाणा की हॉकी को बर्बाद करने की कोई कसर नहीं रख छोड़ी।
राष्ट्रीय चैम्पियन बनी हरियाणा टीम के एक कोच और कुछ खिलाड़ियों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उसका इरादा हमेशा प्रदेश की हॉकी को बर्बाद करने का रहा ताकि कोई खिलाड़ी उससे ज्यादा नाम न कमा सके।
महिला कोच की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 354, 354A, 354B 342, 506 के तहत केस दर्ज किया गया है। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि कुछ और महिला खिलाड़ी और कोच सामने आकर संदीप की करतूतों पर से पर्दा उठा सकती हैं।
हरियाणा की विपक्षी पार्टियां इस मामले को लेकर तेजी से हरकत में आ गई हैं और तमाम नेता खेल मंत्री के इस्तीफे या बर्खास्तगी की मांग कर रही हैं। लेकिन संदीप सिंह कह रहे हैं कि वह बेकसूर हैं और उन्हें बदनाम करने की साजिश रची गई है। मीडिया को दिए एक बयान में मंत्री जी ने इस मामले को विपक्ष की साजिश और घटिया राजनीति बताया। फिलहाल संदीप ने जांच रिपोर्ट आने तक अपना पद छोड़ दिया है लेकिन खेल हलकों में उन्हें जमकर कोसा जा रहा है और आरोप लगाया जा रहा है कि वह खिलाड़ियों के हित में कभी नहीं रहे।