- एनडीएमसी के वाइस चैयरमैन सतीश उपाध्याय करेंगे उदघाटन
- पेफी एवं बीएलके-मैक्स हॉस्पिटल संयुक्त रूप से एमवे इंडिया के सहयोग से कर रहे हैं यह आयोजन
- एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में 9 जुलाई को होने वाली इस कॉन्क्लेव में देश भर से 300 से अधिक खेल विज्ञानी, फिजियोथेरेपिस्ट, स्पोर्ट्स इंजरी विशेषज्ञ, खेल प्रशिक्षक और शारीरिक शिक्षक भाग लेंगे
राजेंद्र सजवान
नई दिल्ली: फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पेफी) एवं बीएलके-मैक्स हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वाधान में एमवे इंडिया के सहयोग से दिल्ली में पहली बार स्पोर्ट्स इंजरी विषय पर राष्ट्रीय स्तर की कॉन्क्लेव का आयोजन एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में 9 जुलाई को आयोजित की जा रही है जिसमे देश भर से 300 से अधिक खेल विज्ञानी, फिजियोथेरेपिस्ट, स्पोर्ट्स इंजरी विशेषज्ञ, खेल प्रशिक्षक और शारीरिक शिक्षक भाग लेंगे।
एनडीएमसी के वाईस चैयरमेन और दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतीश उपाध्याय जी इस एक दिवसीय कॉन्क्लेव का उदघाटन करेंगे, इस अवसर पर द्रोणाचार्य अवार्डी डॉ. अजय कुमार बंसल, एलएनसीपीई त्रिवंद्रम के प्रिंसिपल डॉ. जी. किशोर, एशियन मैराथन 1992 चैम्पियन डॉ. सुनीता गोधारा विशिस्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
अपनी तरह की इस पहली अनूठी कॉन्क्लेव में मुख्य वक्ता के रूप में सफदरजंग हॉस्पिटल स्पोर्ट्स इंजरी के पूर्व निदेशक और बीएलके-मैक्स हॉस्पिटल के प्रिंसिपल निदेशक दीपक चौधरी स्पोर्ट्स इंजरी के मैनेजमेंट पर बात करेंगे।
कॉन्क्लेव की आयोजन सचिव डॉ. रमनदीप कौर ने प्रेस से चर्चा में बताया की स्पोर्ट्स इंजरी आज के दौर में खिलाड़ियों के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण विषय है, खेल प्रशिक्षकों, शारीरिक शिक्षकों सहित खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स इंजरी के मैनेजमेंट के बारे में जानना अति आवश्यक है क्यूंकि बिना पर्याप्त जानकारी के खिलाड़ियों का खेल जीवन खराब हो जाता है। एक रिसर्च के अनुसार देश में 50% से अधिक खिलाड़ी स्टेट लेवल से पहले ही स्पोर्ट्स इंजरी के कारण अपना खेल कैरियर ख़त्म कर देते हैं।
उन्होंने बताया की इस कॉन्क्लेव के माध्यम से विषय विशेषज्ञों के द्वारा स्पोर्ट्स इंजरी से बचाव, खेल के दौरान चोट लगने, उसके मैनेजमेंट और चोट लगने की दशा में उपचार पर तीन सत्र में चर्चा की जाएगी।
कार्यक्रम के आयोजन निदेशक डॉ. शिव चौकसे ने बताया प्रमुख रूप से इस कॉन्क्लेव में विशेषज्ञ के रूप में देश की पुरुष फुटबॉल टीम के मेडिकल हेड डॉ. संदीप, सीआरपीएफ के स्पोर्ट्स मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ. केंजोम, महिला फुटबॉल टीम की डॉक्टर डॉ. शिखा, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल के फिजियोथेरेपी डिपार्टमेंट के हेड डॉ. सुमित, डॉ. चंद्रशेखर गुरु और डॉ. गगन कपूर भाग लेंगे।
पेफी के राष्ट्रीय सचिव डॉ. पियूष जैन ने बताया कि पेफी के द्वारा देश में खेलों के विकास पर अलग अलग विषयों पर इस तरह के चर्चा सत्र पूरे वर्ष भर आयोजित किए जाते है इसी श्रंखला में स्पोर्ट्स इंजरी जैसे महत्वपूर्ण विषय पर इस कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है जिसके माध्यम से देश में स्पोर्ट्स इंजरी विषय पर चर्चा शुरू की जाएगी जिससे देश के खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को बहुत फ़ायदा होगा। हमारा उद्देश्य है कि खेलों में होने वाली इंजरी को कम की जाए और चोट की वजह से खेल छोड़ने वाले खिलाड़ियों की संख्या कम की जाए।