अहमदाबाद। मोटेरा का सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम। नया लुक, नयी पिच और नयी तरह की क्रिकेट। भारत और इंग्लैंड के बीच इसी मैदान पर बुधवार से तीसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा जो दिन रात्रि मैच होगा और जिसमें गुलाबी गेंद का उपयोग किया जाएगा।
चार मैचों की श्रृंखला अभी 1-1 से बराबरी पर है लेकिन विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल को ध्यान में रखते हुए यह दिन रात्रि मैच दोनों टीमों के लिये महत्वपूर्ण बन गया है। भारत एक जीत और ड्रा से न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल खेलने का अधिकार हासिल कर लेगा जबकि इंग्लैंड को लार्ड्स में होने वाले खिताबी मुकाबले तक पहुंचने के लिये बाकी बचे दोनों मैच जीतने होंगे।
मतलब इस मैच पर काफी कुछ दांव पर लगा होगा।
भारत में यह दूसरा दिन रात्रि मैच होगा। पहला मैच नवंबर 2019 में कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ खेला गया था जिसे भारत ने पारी और 46 रन से जीता था। भारत ने हाल के आस्ट्रेलिया दौरे में एडीलेड में भी दूधिया रोशनी में मैच खेला था जिसमें उसकी टीम दूसरी पारी में 36 रन के अपने न्यूनतम स्कोर पर ढेर हो गयी थी। आस्ट्रेलिया ने यह मैच आठ विकेट से गंवाया था।
इंग्लैंड को भी केवल तीन दिन रात्रि मैच खेलने का ही अनुभव है जिसमें उसने एक जीता है जबकि दो में उसे हार मिली है।
मैच का परिणाम हालांकि काफी हद तक मोटेरा की पिच की प्रकृति पर निर्भर करेगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि इसे चेन्नई के विकेट की तरह ‘स्पिन फ्रैंडली’ बनाया जाता है या फिर इसमें कुछ घास रखी जाती है। घास होने पर जेम्स एंडरसन एंड कंपनी की बांछे खिल सकती हैं क्योंकि गुलाबी गेंद पारंपरिक लाल गेंद की तुलना में अधिक स्विंग करती है। उसमें अधिक मूवमेंट होता है।
अगर पिच स्पिनरों का मददगार होता है तो फिर गेंद अधिक मायने नहीं रखेगी तथा रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल की तूती बोलेगी।
जिस शहर में सुनील गावस्कर ने अपना 10000वां टेस्ट रन बनाया था, कपिल देव ने रिचर्ड हैडली के सर्वाधिक टेस्ट विकेट के तत्कालीन रिकार्ड को तोड़ा था और सचिन तेंदुलकर ने अपना पहला दोहरा शतक जमाया था, वहां अश्विन 400 विकेट हासिल करने वाले गेंदबाजों के क्लब में शामिल हो सकते हैं। अश्विन को यह उपलब्धि हासिल करने के लिये केवल छह विकेट की जरूरत है।
इशांत शर्मा का यह 100वां टेस्ट मैच होगा और वह कपिल देव के बाद इस मुकाम पर पहुंचने वाले दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बनेंगे। स्वाभाविक है कि इशांत इसे अपने और टीम के लिये खास बनाना चाहेंगे।
उनके साथ तेज गेंदबाजी विभाग में जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। इसका मतलब होगा कि मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव को बाहर बैठना पड़ेगा।
भारतीय बल्लेबाजी क्रम में किसी तरह के बदलाव की संभावना नहीं है लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम में कुछ बदलाव होंगे। रोरी बर्न्स की जगह जॉक क्रॉली और डैन लारेंस के स्थान पर जॉनी बेयरस्टो का चुना जाना तय है।
उसके गेंदबाजी विभाग में भी एंडरसन और जोफ्रा आर्चर की वापसी होगी। स्पिन विभाग में मोईन अली की अनुपस्थिति में जैक लीच और डोम बेस जिम्मेदारी संभालेंगे। मतलब इंग्लैंड की टीम में काफी बदलाव होने तय हैं।
मैच दोपहर बाद दो बजकर 30 मिनट से शुरू होगा और ऐसे में ओस की भूमिका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है।