Melbourne test, Know why Rahane's century is lucky for India

जानिये भारत के लिये क्यों भाग्यशाली है रहाणे का शतक

मेलबर्न। अजिंक्य रहाणे ने आगे बढ़कर नेतृत्व करते हुए मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर रविवार को नाबाद 104 रन की जोरदार पारी खेली जिससे भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट की पहली पारी में महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर ली है।

भारत ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक पांच विकेट पर 277 रन बनाये हैं और वह आस्ट्रेलिया से 82 रन आगे हो गया है जिसने पहले दिन अपनी पहली पारी में 195 रन बनाये थे। पिच अब भी बल्लेबाजी के लिये आसान नहीं है और ऐसे में भारतीय गेंदबाज अगर पहली पारी की तरह कहर बरपाते हैं तो फिर भारत श्रृंखला बराबर करने की स्थिति में पहुंच जाएगा।

भारत को इस अच्छी स्थिति में पहुंचाने का श्रेय कप्तान रहाणे को जाता है जिन्होंने न सिर्फ एक छोर संभाले रखा बल्कि अपने करियर का 12वां शतक पूरा किया। रविंद्र जडेजा की भूमिका भी इसमें अहम रही जिन्होंने अपने कप्तान का पूरा साथ दिया। ये दोनों बल्लेबाज अभी तक छठे विकेट के लिये 104 रन जोड़ चुके हैं। जडेजा 40 रन बनाकर खेल रहे हैं।

इन दोनों ने तब जिम्मेदारी संभाली जबकि शुभमन गिल (45) और चेतेश्वर पुजारा (17) पहले सत्र में तथा हनुमा विहारी (21) और ऋषभ पंत (29) दूसरे सत्र में आउट हो गये थे। आस्ट्रेलिया की तरफ से पैट कमिंस और मिशेल स्टार्क ने दो – दो विकेट लिये हैं।

रहाणे का शतक अब तक भारत के लिये भाग्यशाली रहा है और एमसीजी में भी ऐसा होता है तो फिर टीम चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर करने में सफल रहेगी। असल में रहाणे ने जब भी शतक लगाया है तब भारतीय टीम ने मैच नहीं गंवाया।

रहाणे का यह टेस्ट मैचों में 12वां शतक है। इससे पहले जिन 11 अवसरों पर उन्होंने शतक लगाया तब भारत ने आठ मैच जीते जबकि तीन मैच ड्रा समाप्त हुए। रहाणे ने वनडे में भी तीन शतक लगाये हैं और ये तीनों मैच भारत ने जीते थे।

रहाणे आस्ट्रेलिया में शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय कप्तान हैं। उनसे पहले मोहम्मद अजहरूद्दीन, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और विराट कोहली (तीन बार) यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। वह टेस्ट मैचों में शतक लगाने वाले 12वें भारतीय कप्तान बन गये हैं। रहाणे का यह मेलबर्न में दूसरा शतक है। इससे पहले उन्होंने 2014 में यहां सैकड़ा जड़ा था।

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