रोहन बोपन्ना के बाद देश की पहचान और गिरी पड़ी साख को संवारने वाला एक भी खिलाड़ी नजर नहीं आ...
sania mirza
इक्कीसवीं सदी में प्रवेश से पहले के दौर को भारतीय टेनिस का स्वर्ण युग कहा जाए तो गलत नहीं होगा...
कोई भी भारतीय महिला खिलाड़ी ना तो सानिया से पहले चमकी थी और ना ही उसके बाद नजर आती है...
राजेंद्र सजवान/क्लीन बोल्ड भारतीय जनमानस फिलहाल ओलम्पिक और पैरालंपिक की बड़ी कामयाबी के उल्लास और धूम धड़ाके से बाहर नहीं...