- जी-20 के उपलक्ष्य में ग्राम पंचायत एवं ब्लॉक स्तर पर खेलों को आगे बढ़ाने एवं प्रतिभाओं को तराशने के उद्देश्य से आयोजित कार्यशाला का आयोजन फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया एवं युवा मामलों खेल मंत्रालय के तत्वाधान मे पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के सहयोग से किया गया
- नेशनल लेवल ब्रेन स्टॉर्मिंग वर्कशॉप के मुख्य अतिथि खेलों इंडिया के निदेशक अरुण कुमार गुप्ता, विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश ओलम्पिक एसोसिएशन के महासचिव डॉ आनंदेश्वर पाण्डेय, द्रोणाचार्य अवॉर्डी डॉक्टर एके बंसल, एके उप्पल और अजय कश्यप ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया
संवाददाता
खेलों इंडिया के निदेशक अरुण कुमार गुप्ता की राय में यदि भारत को खेल महाशक्ति बनना है तो हमें ग्राम पंचायत और ब्लॉक स्तर पर खेलों को बढ़ावा देना होगा। जी-20 के उपलक्ष्य में ग्राम पंचायत एवं ब्लॉक स्तर पर खेलों को आगे बढ़ाने एवं प्रतिभाओं को तराशने के उद्देश्य से आयोजित कार्यशाला का आयोजन फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया एवं युवा मामलों खेल मंत्रालय के तत्वाधान मे पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के सहयोग से किया गया। नेशनल लेवल ब्रेन स्टॉर्मिंग वर्कशॉप के मुख्य अतिथि खेलों इंडिया के निदेशक अरुण कुमार गुप्ता, विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश ओलम्पिक एसोसिएशन के महासचिव डॉ आनंदेश्वर पाण्डेय, द्रोणाचार्य अवॉर्डी डॉक्टर एके बंसल, एके उप्पल और अजय कश्यप ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मुख्य अतिथि अरुण कुमार गुप्ता ने अपने संबोधन मे कहा की खेलों की स्थिति तीन प्रकार से सुधारी जा रही है फिट इंडिया से बच्चों के फिटनेस के ऊपर कार्य किया जा रहा है जिससे बच्चा स्ट्रॉन्ग बने। दूसरा, खेलों इंडिया से खिलाड़ियों को अपने खेल प्रदर्शन को दिखाने का मौका मिलता है और वे अपने प्रदर्शन की क्षमता को मापते हैं। तीसरा, नया कदम जमीनी स्तर पर ब्लॉक, और ग्राम पंचायत की खेल प्रतिभाओ को तराशने एवं बुनियादी ढांचे और संसाधनों को बढ़ावा देने से। इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों और रणनीतिकारों ने विविध समस्याओं पर चर्चा की।
डॉ. आनंदेश्वर पाण्डेय ने कहा हमें सिर्फ सरकार के भरोसे नहीं बैठना चाहिए। इंडस्ट्री और समाज को मिलकर काम करना होगा। जिस तरह पेफी पूरे इंडिया मे खेलों को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रही है उसी तरह अनेक संगठनों को एकजुट होकर खिलाड़ियों के लिए आगे आना चाहिए। अजय कश्यप ने जी 20 के बारे मे विस्तार से बताया तो डॉ. राकेश मिश्रा ने कहा कि सरकार खिलाड़ियों को बराबर सुविधाएं दे रही है। ग्रामीण स्तर की प्रतिभाओं के लिए ये आयोजन कारगार सिद्ध होगा।
पहले सत्र मे विशेषज्ञों के रूप मे डॉ. जेएस चीमा, डॉ. सरिता सिंधु, रिंकू परिहार फिजिकल एजुकेशन सोशल वेलफेयर फाउंडेशन झाँसी ने ग्रामीण स्तर की प्रतिभाओं की समस्याओं को बखूबी रखा। वही, दूसरे सत्र मे विशेषज्ञों के रूप मे डॉ. एके बंसल, द्रोणाचार्य अवार्ड प्राप्त मेजर जनरल डॉ, दिलावर सिंह और संजीव कुमार द्वारा ग्रामीण स्तर की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए अपने-अपने विचार सांझा किए। इस मौके पर मनोज मिश्रा, भूपेंद्र आदि लोग उपस्थित रहे। अंत मे आभार शौरभ सन्याल ने व्यक्त किया।
विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित द्रोणाचार्य एके बंसल और सुजित मान ने आज की परिस्थितियों में खेलों के विकास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ब्लॉक और पंचायत स्तर पर अधिकाधिक बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है, क्योंकि ग्रामीण परिवेश के खिलाड़ी अपेक्षाकृत ज्यादा दम-खम वाले होते हैं उन्हें बस सुविधाएं देने की जरूरत है। उन्होंने अपने कोचों की भी वकालत की और कहा कि अपने कोच बेहतर सिखा पढ़ा सकते हैं।