अगर ध्यानचंद हॉकी के जादूगर नहीं होते, राजनीतिक ताकत होते तो अब तक मिल चुका होता भारत रत्न
अजय नैथानी भले ही दद्दा हॉकी के जादूगर कहलाते हो, उनकी स्टिक के साथ कलाकारी का कायल हिटलर जैसे तानाशाह समेत पूरी दुनिया के खेल प्रेमी रहे हो, उनके खेल का जादू बीसवीं शताब्दी में गुलाम भारत और आजादी के बाद खेल प्रेमियों के सिर चढ़कर बोला हो लेकिन हॉकी के महानतम खिलाड़ी रहे मेजर …