खबरदार नीरज, खेल में कोई दोस्त नहीं होता!
राजेंद्र सजवान हार-जीत सिक्के के दो पहलू हैं और यह जरूरी नहीं कि जीवन के किसी भी क्षेत्र में कोई सदा अजेय रहता हो। एक न एक दिन बड़े से बड़े चैम्पियन को भी हार का सामना करना पड़ता है और हार से सबक लेकर ही इंसान महानतम बनता है। इसमें दो राय नहीं कि …