क्लीन बोल्ड

बॉडी बिल्डिंग और पॉवरलिफ्टिंग की आड़ में मौत का खेल

क्लीन बोल्ड/राजेंद्र सजवान भारतीय खेलों की सबसे बड़ी चिंता यह है कि सरकार द्वारा करोड़ों खर्च किए जाने के बावजूद भी हमारे खिलाड़ी अपेक्षित सफलता अर्जित नहीं कर पा रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि देश में खिलाड़ियों के शिक्षण प्रशिक्षण के लिए कारगर व्यवस्था चलन में नहीं है। लेकिन अपने खिलाड़ियों की …

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पत्रकार खुद को खुदा समझें! बीसीसीआई ने दिखाया हैसियत का आईना।

क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान    “चूँकि बीसीसीआई के मुंह पत्रकार का खून लग गया है इसलिए क्रिकेट के पोंगे पंडित और क्रिकेटरों के चारण भाट खबरदार हो जाएं तो बेहतर रहेगा। उन्हें समझ लेना चाहिए कि अब गावस्कर, विश्वनाथ, चंद्रा, वेंकट, मोहिंदर, सचिन, द्रविड़ और लक्ष्मण जैसे जेंटल क्रिकेटरों का ज़माना नहीं रहा। पैसे और …

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अब कॉमनवेल्थ हॉकी में पूरा दमखम दिखाएगा भारत!

क्लीन बोल्ड/राजेंद्र सजवान एशियाई खेल  स्थगित(रद्द) हो गए हैं, जो कि हांगझोऊ में 10 से 25 सितंबर तक खेले जाने वाले थे। चीन में लगातार बढ़ रहे कोरोना महामारी के मामलों में हो रही बढ़ोतरी के मद्देनजर आयोजन समिति ने इस खेल प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर असमर्थता व्यक्त की है। आयोजन कब होगा और …

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……कौन हैं मास्टर्स खेलों के मास्टरमाइंड?

क्लीन बोल्ड/राजेंद्र सजवान       अक्सर जब कभी भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन  की बात आती है तो हमारे खेल आका यह कहते नहीं थकते कि देश  में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। जरूरत उन्हें अवसर प्रदान करने  की है। साथ ही यह भी कहा जाता है कि पूर्व खिलाड़ियों को सम्मान दिया जाए और उनके अनुभव …

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भारतीय फुटबॉल:  सत्ता का मोह, फिक्सिंग, हार और तिरस्कार

क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान       दिन पर दिन और मैच दर मैच गिरावट की हदें पार करने वाली भारतीय फुटबॉल आज वहां खड़ी है  जहां से हर रास्ता नीचे की तरफ जाता है। पिछले कई सालों से भारतीय फुटबॉल प्रेमी किसी छोटी-मोटी खुशखबरी के लिए तरस रहे हैं।  इसके उलट बुरी ख़बरें रोज ही सुनने …

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…….चूँकि खिलाड़ी का कोई  मज़हब नहीं होता!

क्लीन बोल्ड/राजेंद्र सजवान     ‘खुदा का शुक्र है, भारतीय खेल फिलहाल धर्म और जातिवाद से अछूते हैं और खिलाड़ी चाहे किसी भी धर्म या जाति  का हो उसकी देशभक्ति पर कभी उंगली नहीं उठाई गई’। 1975 की विश्व विजेता भारतीय हॉकी टीम के कुछ खिलाड़ियों ने एक समारोह के चलते जब यह प्रतिक्रिया व्यक्त की …

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अपनों ने षड्यंत्र रचा, फिर भी कैसे चैंपियन बना हरियाणा?

क्लीन बोल्ड /राजेंद्र सजवान हरियाणा ने 12वीं सीनियर राष्ट्रीय हॉकी चैम्पियनशिप का खिताब जीत लिया है। देश के उभरते खेल प्रदेश ने यह करिश्मा ग्यारह साल बाद किया है। कुछ हॉकी प्रेमी कह रहे हैं कि यह कौनसा कमाल हो गया! जिस प्रदेश में खिलाड़ियों पर लाखों- करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं और …

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कैसे मर कर अमर हो गया पैरा तैराक अमर्त्या!

पैरालम्पिक कमेटी असली गुनहगार क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान “जीते जी उसे किसी ने नहीं पूछा लेकिन मरने के बाद हर कोई उसकी खोज खबर ले रहा है। खासकर, खेल- खिलाड़ियों की खबर लेने वाला मीडिया, आईपीएल के हुड़दंग के चलते भी उसके बारे में जानने के लिए बेताब है।” यह कहानी है पश्चिम बंगाल के …

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शारीरिक शिक्षक का घोर अपमान, ऐसे नहीं बनेंगे खेल महाशक्ति

क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवानएक राष्ट्रीय दैनिक की खबर के अनुसार, शारीरिक शिक्षकों की भारी कमी के चलते मध्य प्रदेश सरकर ने अन्य विषयों के शिक्षकों को शारीरिक शिक्षा से जोड़ने का फैसला किया है। रिपोर्ट के अनुसार, इन शिक्षकों को पांच दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी और जरूरत पड़ने पर उनकी सेवाएं ली जा सकती …

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कतर विश्व कप में यूरोप के लिए पहाड़ सी चुनौती

क्लीन बोल्ड /राजेंद्र सजवान इस साल खेले जाने वाला फीफा विश्व कप यूरोपीय खिलाड़ियों के लिए कड़ी चुनौती पेश करेगा। कतर का मौसम उनके लिए बड़ी बाधा बन सकता है। ऐसा मानना है स्पेन के खिलाड़ी और कोच क्युबिलो फर्नांडो का, जो कि फुटबॉल प्रोत्साहन के लिए भारत दौरे पर हैं। भारत में ग्रासरूट फुटबॉल …

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