कोच पर भारी, बड़ी उम्र के खिलाड़ी
क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान भारतीय खिलाड़ियों और कोचों को अक्सर यह शिकायत रही है कि देश में अपने कोचों को समुचित सम्मान नहीं दिया जाता। उनके सिर पर विदेशी कोच बैठा दिए जाते हैं, जोकि बेहतर रिज़ल्ट देने में प्रायः नाकाम रहे हैं। यह हाल तब है जबकि सरकार आत्मनिर्भरता और अपनी प्रतिभाओं को अवसर …